- नीतीश के मंत्री नीरज का खुलासा, लालू के 2 नहीं 3 बेटे, परिवार को देना चाहिए जवाब
- लालू प्रसाद के परिवार में कोई तरुण यादव नहीं है, तो फिर यह व्यक्ति कौन है- नीरज कुमार
- बेनामी संपत्ति अर्जित करने करने के भूखे थे लालू प्रसाद यादव
पटना: बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने गुरुवार को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के जन्मदिन के मौके पर खुलासा करते हुए कहा कि लालू प्रसाद के तीसरे पुत्र तरुण यादव कहां हैं, जिनके नाम से जमीन रजिस्ट्री हुई है। पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में मंत्री नीरज कुमार ने कहा, "लालू प्रसाद ने अपने शासन काल में एक जमीन की रजिस्ट्री कराई थी, जिसमें उनके बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव और तरुण यादव का नाम दर्ज है।
तरुण यादव कौन?
आखिर ये तरुण यादव है कौन? लालू प्रसाद के परिवार में कोई तरुण यादव है नहीं तो फिर इस नाम का कौन व्यक्ति है, इसका जवाब लालू परिवार को देना चाहिए।' नीरज ने दस्तावेजों के आधार पर आरोप लगाते हुए कहा, 'लालू प्रसाद यादव ने तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव के साथ ही तरुण यादव के नाम पर जमीन खरीदी है। दस्तावेजों के मुताबिक, तरुण यादव के पिता लालू प्रसाद ही हैं।'
जमीन की रजिस्ट्री
मंत्री ने जमीन रजिस्ट्री के दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि इस रजिस्ट्री में लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप और तरुण यादव का नाम दर्ज है। लालू यादव के पैतृक गांव फुलवरिया में इस जमीन को तेजप्रताप और तरुण यादव के नाम पर रजिस्ट्री करवाया गया है।
लालू ने किसी को नहीं छोड़ा- जेडीयू
उन्होंने कहा है कि 1989 में तेज प्रताप यादव का जन्म होता है और 1994 में इस जमीन की रजिस्ट्री उनके नाम पर हो जाती है। नाबालिग के नाम पर जमीन कैसे रजिस्ट्री हो गई। उन्होंने कहा है कि लालू प्रसाद ने अपने गांव के लोगों को भी नहीं छोड़ा और नौकरी के नाम पर जमीन लिखवा ली।