- एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर अभी नहीं बन पाई है सहमति, लोजपा के तेवर कड़े
- तेजस्वी यादव ने रोजगार के मुद्दे पर नीतीश एवं केंद्र सरकार पर बोला है हमला
- भाजपा के प्रखर एवं जुझारू नेता हैं तेजस्वी सूर्या, युवाओं में है अच्छी पकड़
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने नेताओं का दौरा तेज कर दिया है। इसी क्रम में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं बिहार के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फड़णवीस और भारतीय जनता यूवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या सोमवार को पटना पहुंच रहे हैं। ये दोनों राज्य में सीट बंटवारे एवं चुनाव प्रचार से जुड़े मुद्दो पर चर्चा होगी। दोनों नेता कई कार्यक्रमों में भी शरीक होंगे। तेजस्वी सूर्या को हाल ही में भाजयुमो का अध्यक्ष बनाया गया है ऐसे में उनका पटना दौरा काफी अहम माना जा रहा है।
भाजपा के तेज तर्रार नेता हैं तेजस्वी सूर्या
समझा जाता है कि भाजपा तेजस्वी सूर्या जैसे युवा नेता को आगे कर राज्य के युवाओं को भाजपा की तरफ आकर्षित करना चाहती है। इस बार राज्य में युवाओं की एक बड़ी आबादी पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेगी। 29 साल के सूर्या अपने प्रखर हिंदूवादी विचारों एवं एक मुखर वक्ता के रूप में जाने जाते हैं। राजद नेता तेजस्वी यादव बेरोजगारी के मुद्दे पर नीतीश एवं केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार हमलावर हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि राज्य में महागठबंधन की सरकार यदि बनती है तो वह अपने फैसले में 10 लाख नौकरियां देने की घोषणा करेगी। तेजस्वी सूर्या ने पटना पहुंचने से पहले एक ट्वीट भी किया है।
सूर्या ने रोजगार के मुद्दे पर तेजस्वी को घेरा
रोजगार के मसले पर तेजस्वी के हमले पर तेजस्वी सूर्या ने शनिवार को पलटवार किया। शनिवार को एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में तेजस्वी सूर्या ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसी अन्य सरकारों की तुलना में बिहार के लिए कहीं ज्यादा नौकरियां पैदा की हैं। बिहार के राजकुमार जो बेरोजगारी की बारे में बात करते हैं उन्होंने अपने जीवन में एक दिन भी काम नहीं किया है। अपनी मेहनत की कमाई का पहला चेक मिलने की खुशी वह नहीं समझ सकते। केवल नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार ही बेरोजगारी का दर्द समझते हैं। बेंगलुरु में मेरे कई बिहारी मित्र हैं। मैं इनकी प्रतिभा और कठिन परिश्रम देखकर हैरान हो जाता हूं। बिहार के युवाओं को केवल अवसर मिलने की देर है।'
एनडीए में सीट बंटवारे पर अभी सहमति नहीं
एनडीए के दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर अभी अंतिम सहमति नहीं बनी है। चिराग पासवान इस बार ज्यादा सीट की मांग पर अड़े हैं। उन्होंने इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। बताया जा रहा है कि चिराग इस बार करीब अपने लिए 34 सीटें चाहते हैं। इसके अलावा उनकी मांग में विधान परिषद एवं राज्यसभा की सीटें भी शामिल हैं। चर्चा यह भी है कि लोजपा का एक गुट एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहता है। बता दें कि बिहार में विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों 28 अक्टूबर, 3 और सात नवंबर को चुनाव होंगे जबकि नतीजे 10 नवंबर को आएंगे।