नयी दिल्ली: निर्वाचन आयोग ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत प्रदेश के 94 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मंगलवार को 53.51 प्रतिशत मतदान हुआ तथा कुछ स्थानों पर निर्धारित समय के बाद भी मतदान जारी रहने के कारण इसमें बढ़ोतरी की संभावना है । आयोग ने कहा कि दोनों चरणों को मिलाकर शाम पांच बजे तक 53.79 प्रतिशत मतदान हुआ है।
निर्वाचन आयोग ने कहा कि वर्ष 2015 में इन विधानसभा क्षेत्रों में 55.35 प्रतिशत मतदान हुआ था। दिन के दूसरे चरण के अंतिम आंकड़ों को शामिल करने पर कुल मतदान प्रतिशत में इजाफे की संभावना है।निर्वाचन आयोग के महासचिव उमेश सिन्हा ने कहा, ‘‘महामारी के बीच देश में चुनाव हो रहा है, जो कि वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी कवायद है। पहले चरण में मतदान का प्रतिशत अपेक्षाकृत अच्छा रहा। आगे मतदान प्रतिशत में इजाफा हुआ और इस चरण में विश्वास का स्तर काफी बढ़ा है।’’
तेजस्वी यादव और भाई तेजप्रताप यादव की किस्मत ईवीएम में कैद
ये 94 विधानसभा क्षेत्र 17 जिलों पश्चिमी चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, नालंदा तथा पटना में पड़ते हैं।दूसरे चरण में जिन प्रमुख उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला इवीएम में कैद हो गया, उनमें विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव (राघोपुर), उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव (हसनपुर), पथ निर्माण मंत्री और भाजपा विधायक नंदकिशोर यादव (पटना साहिब) शामिल हैं। इस चरण में कुल 1,463 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं जिनमें 146 महिला तथा एक ट्रान्सजेण्डर उम्मीदवार शामिल हैं।
इस चरण के चुनाव में महाराजगंज विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 27 प्रत्याशी हैं जबकि दरौली विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम चार प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने बताया कि अब तक मिले आंकड़ों के मुताबिक, पश्चिमी चंपारण में 55.99 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 56.75, शिवहर में 56.04, सीतामढी में 57.40, मधुबनी में 52.67, दरभंगा में 54.15, मुजफ्फरपुर में 59.98, गोपालगंज में 55.09, सीवान में 51.88, सारण में 54.15 प्रतिशत, वैशाली में 51.93, समस्तीपुर में 56.02, बेगूसराय में 58.67, खगड़िया में 56.10, भागलपुर में 54.54, नालंदा में 51.06 तथा पटना में 48.23 प्रतिशत मतदाताओं अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
प्लुरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया के सियासी भविष्य का फैसला
इसके अलावा इस चरण में मतदाताओं ने प्लुरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी के सियासी भविष्य का फैसला ईवीएम में बंद कर दिया है। इस चरण में पटना साहिब से पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मधुबन से सहकारिता मंत्री रंधीर सिंह, नालंदा से ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार का भी राजनीतिक भविष्य दांव पर है। इस चरण में राजद के 56 तो जदयू के 43 उम्मीदवारों के अलावा भाजपा के 46, कांग्रेस के 24, सीपीआई के चार, सीपीएम के चार, लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) के 52 तथा रालोसपा के 36 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
राजग से सीधी टक्कर विपक्षी दल के महागठबंधन से मानी जा रही है
बिहार के चुनावी दंगल में राजग से सीधी टक्कर विपक्षी दल के महागठबंधन से मानी जा रही है। भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में जदयू, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, विकासशील इंसान पार्टी शामिल हैं., जबकि केंद्र में राजग की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) यहां अलग होकर चुनाव मैदान में है। महागठबंधन में राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल शामिल हैं। बिहार में विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव होना है। इसके तहत प्रथम चरण के लिए 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर मतदान हो चुका है। तीसरे चरण के लिए सात नवंबर को 78 सीटों के लिए मतदान होगा। वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी।