- अस्पताल में पाइपलाइन से बेड तक होगी ऑक्सीजन की आपूर्ति
- गंभीर संक्रमितों के लिए आईसीयू के 36 बेड तैयार
- कोरोना वार्ड में 21 वेंटीलेटर सुचारू रूप से कर रहे काम
PMCH Corona Ward: पटना में कोरोना संक्रमण ने फिर रफ्तार पकड़ ली है। सोमवार को राजधानी में 115 नए संक्रमित मिले। सूबे में 367 मरीज सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, 24 घंटे में 74 सैंपल की जांच की गई थी, जिसमें इतने संक्रमित पाए गए हैं। पटना जिले में कोरोना संक्रमण की दर फिर खतरनाक स्तर पर पहुंची है। यहां 4.10 प्रतिशत पर है। राजधानी में सक्रिय मरीजों की संख्या 1197 है। इनमें से 46 गंभीर मरीज अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे को देखते हुए पटना मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल (पीएमसीएच) में कोरोना वार्ड को फिर से क्रियाशील बनाया गया है। यहां 102 बेड तैयार किए गए हैं। प्रत्येक बेड पर पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति करने की सुविधा है।
गंभीर मरीजों के लिए तमाम व्यवस्था
पीएमसीएच के कोरोना वार्ड में गंभीर मरीजों को ध्यान में रखकर तमाम इंतजाम किए गए हैं। यहां आईसीयू के 36 बेड हैं। 21 वेंटीलेटर कार्यरत हैं। इस बारे में कोरोना के नोडल पदाधिकारी डॉ. अरुण अजय का कहना है कि, श्रावणी मेले की शुरुआत के साथ कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका बढ़ गई है। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने अस्पताल में तमाम इंतजाम किए जाने के निर्देश दिए हैं।
अधिक से अधिक जांच और टीकाकरण पर जोर
कोरोना के नोडर पदाधिकारी डॉ. अरुण अजय ने बताया कि, विभाग ने सभी जिलों के सिविल सर्जन और प्रमुख अस्पतालों के अधीक्षकों के साथ बैठक की है। इसमें उन्होंने अधिक से अधिक कोरोना जांच कराने और टीकाकरण को गति देने पर जोर दिया है। टीकाकरण के लिए अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया गया है। पटना में पीएमसीएच के अलावा एम्स, आईजीआईएमएस, एनएमसीएच समेत कई मेडिकल कॉलेजों को कोरोना मरीजों के लिए इलाज के लिए मुकम्मल इंतजाम करने के लिए कहा गया है।
दूसरी लहर में बिगड़ गई थी हालात
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में पटना में स्वास्थ्य विभाग की सभी तैयारियां नाकाफी साबित हुईं थीं। तमाम इंतजाम फेल हो गए थे। सबसे अधिक परेशानी ऑक्सीजन आपूर्ति की हो रही थी। इसके अलावा बेड की। अब विभाग ने तमाम अस्पतालों में बेड की संख्या में इजाफा कराया है। इसके साथ ही बेड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति का इंतजाम भी कराया गया है।