- बिहार में धड़ल्ले से शराब की तस्करी हो रही है।
- विपक्षी दलों ने नीतीश सरकार पर चौतरफा हमला किया है।
- इसके बाद से पुलिस ने छापेमारी तेज कर दी है।
पटना: बिहार में जहरीली शराब से हाल के दिनों में 40 से ज्यादा लोगों की मौत होने के बाद विपक्षी दलों ने नीतीश सरकार पर चौतरफा हमला कर दिया। उसके बाद से पुलिस प्रशासन ने छापेमारी तेज कर दी। यहां तक कि पुलिस शादी समारोह में भी पहुंचकर शराब की तलाश कर रही है। पुलिस ने मैरिज हॉल के प्रत्येक रूम में शराब ढूंढी। यहां तक कि दुल्हन के कमरे को भी नहीं छोड़ा। इसके बाद सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगा। शराब को लेकर शादी समारोह में पुलिस की छापेमारी पर मुख्यमंत्री से भी सवाल किए गए तो उन्होंने कहा कि पुलिस को ऐसी शिकायतें मिली हैं कि कुछ लोग शादी समारोह में भी शराब पिलाने का इंतजाम करते हैं। इस संबंध में पुलिस को सूचना मिलने पर छापेमारी की जा रही है।
सीएम नीतीश ने कहा कि शराबबंदी को लेकर प्रशासन को सभी चीजों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य शराबबंदी के प्रति जागरूकता फैलाना है और इसको लेकर पूरे बिहार में फिर से अभियान चलाया जाएगा। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 26 नवंबर को शराबबंदी को लेकर एक बार फिर शपथ ली जाएगी। नीतीश ने कहा कि शराबबंदी का फैसला वर्ष 2016 का है। उसको लेकर जितना अभियान चला है, सबलोग जानते हैं। इसको लेकर अब तक 9 बार समीक्षा बैठक की गई है।
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि बिहार पुलिस शराबबंदी के नाम पर बिना महिला पुलिसकर्मियों के दुल्हन के कमरों और कपड़ों की तलाशी ले रही है। यह निजता के अधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया कि बिहार में शराब कैसे व क्यों पहुंच रही है, कौन पहुंचा रहा है? इसकी जांच और खोजबीन करने के बजाय सरकार महिलाओं को ही परेशान कर रही है।
राष्ट्रीय जनता दल चीफ लालू प्रसाद यादव ने दावा किया कि बिहार में शराबबंदी के समय उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आगाह किया था कि अन्य राज्यों से शराब की तस्करी रोक पाना काफी मुश्किल होगा पर उन्होंने (नीतीश) इसे सफलतापूर्वक लागू करने का भरोसा दिया था।
बिहार की पिछली महागठबंधन सरकार में लालू प्रसाद की पार्टी राजद के साथ सत्ता में रहे नीतीश के शराबबंदी के फैसले को लेकर लालू का यह बयान उस समय आया है जब राज्य में हाल के दिनों में जहरीली शराब पीने से बड़ी संख्या में लोगों की मौत होने पर राज्य की पुलिस पर शराब की बिक्री और खपत पर लागू प्रतिबंध को प्रभावी ढंग से लागू करने को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
लालू प्रसाद ने शराब तस्करी के मामले में बिहार की तुलना एक टापू के रूप में करते हुए आरोप लगाया कि चारों तरफ से इसकी तस्करी हो रही है और अब राजस्व भी हासिल नहीं हो पा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोग मर रहे हैं और शराब की होम डिलीवरी हो रही है।