पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीम लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। हालांकि परिवार वाले इस सुलझाने की पूरी कोशिश कर रहे है। बिहार की पूर्व सीएम और उनकी मां राबड़ी देवी इसे सुलझाने के लिए रविवार शाम दिल्ली से पटना पहुंची हैं।
राबड़ी देवी पटना पहुंचने के बाद सीधे एयरपोर्ट से अपने बड़े बेटे तेज प्रताप के घर गईं। लेकिन वहां तेजप्रताप नहीं थे। बताया जा रहा है कि मां के आने की जानकारी मिलने के बाद वे वहां से निकल गए। मां ने उनके आवास पर काफी देर तक इंतजार करती रहीं फिर भी वे नहीं आए। जब मां वहां से चली गईं तब जाकर तेज प्रताप अपने आवास आए। तेज प्रताप से मुलाकात नहीं होने के बाद राबड़ी अपने सरकारी बंगले पर चली गईं और उपचुनाव की तैयारियों को लेकर आरजेडी कार्यकर्ताओं से बातचीत करने लगीं।
इससे पहले राबड़ी देवी जब पटना एयरपोर्ट पहुंचीं तो उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि तेजस्वी और तेजप्रताप में कोई झगड़ा नहीं है। लड़ाई तो बीजेपी और जेडीयू के बीच है। उन्होंने कहा कि विधानसभा की दो सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में आरजेडी की जीत तय है। हमें कोई हरा नहीं सकता है क्योंकि लोग आरजेडी को बहुत चाहते हैं। बिहार में कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा उपचुनाव होने वाले हैं।
लालू परिवार के करीबी लोगों के मुताबिक तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए राबड़ी देवी को इसलिए दिल्ली से पटना भेजा गया क्योंकि वे अपनी मां की बात मानते रहे है। अब यह देखना होगा कि वे अपने बड़े बेटे तेज प्रताप को मनाने में कितना कामयाब होती हैं।
सूत्रों के मुताबिक राबड़ी के पटना आने का मकसद तेज प्रताप के जनशक्ति यात्रा को रुकवाना भी है। इस यात्रा से आरजेडी को नुकसान हो सकता है। लेकिन तेज प्रताप के अपनी मां से नहीं मिलने का मतलब है कि जनशक्ति यात्रा टलना असंभव है। तेज प्रताप यादव आज जयप्रकाश नारायण की जयंती पर पटना के गांधी मैदान से कदम कुआं के जेपी आवास पर जनशक्ति यात्रा निकालने वाले हैं।