- तेज प्रताप ने इस बार हसनपुर से चुनाव लड़ने का फैसला किया है
- तेजस्वी यादव अपनी पारंपरिक सीट राघोपुर से चुनाव लड़ेंगे
- महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा हैं तेजस्वी यादव
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे लोगों के बीच यह सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या इस बार के चुनाव में जनता लालू यादव के दोनों बेटों तेज प्रताप और तेजस्वी यादव के नाम पर फिर मुहर लगाएगी। तेजस्वी यादव तो महागठबंधन का मुख्यमंत्री का चेहरा हैं। तेजस्वी यादव के नाम पर मुहर लगाकर महागठबंधन जनता से वोट मांगेगा। बड़ा सवाल है कि क्या बिहार की जनता इस मुख्यमंत्री के सिर ताज सजाएगी। लालू प्रसाद यादव के दोनों 'अनमोल रतन' के भाग्य का फैसला राघोपुर और हसनपुर दोनों क्षेत्रों की जनता करने वाली है।
दोबारा विधायकी लड़ने को तैयार
लालू प्रसाद यादव के दोनों 'लाल' एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं। हालांकि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में रहते हुए दोनों कभी-कभी पार्टी के दो छोर पर खड़े दिखाई देते रहे हैं। इस बार तेज प्रताव और तेजस्वी, दोनों राजद नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनाने की कोशिश में जुटे हैं। दोनों ही दूसरी बार विधायकी का चुनाव लड़ने के लिए चुनावी मैदान में उतरेंगे। इससे पहले साल 2015 में पहली बार दोनों विधायकी के चुनाव के लिए खड़े हुए और जीते भी।
मजबूत गढ़ है राघोपुर
राघोपुर को राजद का मजबूत गढ़ कह सकते हैं। ये ऐसी सीट है जो राजद को अपना जनाधार सौंपा है। इस सीट को आरजेडी की विरासत की सीट भी आप कह सकते हैं। यहां से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और पूर्व सीएम राबड़ी देवी चुनाव जीतकर विधान सभा पहुंची हैं। इसी सुरक्षित सीट से 2015 में लालू प्रसाद यादव ने अपने छोटे सुपुत्र तेजस्वी यादव को चुनावी अखाड़े में उतारा। जैसा की विदित था लालू के छोटे सुपुत्र इस सीट से विजयी हुए। इस बार एक बार फिर से तेजस्वी यादव इसी विधान सभा क्षेत्र से अपनी किस्मत आजमाने उतरेंगे।
इस बार हसनपुर से चुनाव लड़ेंगे तेज प्रताप
लालू राबड़ी के बड़े लाल तेज प्रताप यादव ने आखिरी पल में अपना निर्वाचन क्षेत्र बदलकर सबको चौंका दिया। पिछले विधान सभा चुनाव में तेज प्रताप महुआ सीट से चुनाव लड़े थे, किन्तु इस बार वो समस्तीपुर जिले के हसनपुर से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। ऐसी चर्चा है कि इस बार महुआ सीट पर तेज प्रताप की स्थिति ठीक नहीं है। इसलिए वह इस बार अपने लिए एक सुरक्षित सीट की तलाश में थे। राजनीतिक गलियारे में खबर है कि तेज इस बार के चुनाव में पहले से ही डर गए और अपनी सीट छोड़ एक आसान सीट हसनपुर से चुनाव लड़ने का फैसला किया। चर्चा यह भी है कि हसनपुर सीट के लिए खुद लालू यादव ने हामी भरी।
राबड़ी देवी ने दिया टिकट तो पिता को यूं याद किया
तेज प्रताप को उनकी मां राबड़ी देवी ने आधिकारिक तौर पर हसनपुर से टिकट भी दे दिया। सोशल मीडिया पर तेज प्रताप ने टिकट की फोटो शेयर करते हुए अपने पिता लालू प्रसाद यादव को 'मिस यू पापा' लिखा। अपने बड़े भाई के लिए तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार भी करेंगे।
लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले मामले में जेल की सजा काट रहे हैं। चुनावी अखाड़े में उनके दोनों बेटे ही अहम किरदार निभा रहे हैं। महागठबंधन का राजद को पूरा साथ है, लेकिन सवाल उठता है कि क्या लालू प्रसाद की ही तरह उनके दोनों बेटे भी इस सियासी खेल में सफल और मंझे हुए खिलाड़ी बन पाएंगे।