- लंबे समय से हाजीपुर-महनार-बछवाड़ा सड़क के निर्माण का इंतजार
- सड़क बनाने के लिए सरकार की ओर से फंड किया जा चुका है जारी
- पुराने एनएच 28 से मिलेगी यह नई सड़क
NH Construction : राजधानी समेत कई शहरों की कनेक्टिविटी बेहतर होने वाली है। अब गंगा किनारे बसे शहरों का सफर घंटों की जगह मिनटों में पूरा होगा। इसके लिए सरकार लंबे समय से लंबित हाजीपुर-महनार-बछवाड़ा सड़क का निर्माण शुरू कराने जा रही है। इस एनएच की लंबाई लगभग 43 किलोमीटर रहेगी। सड़क के निर्माण कार्य पर 641.09 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
यह नई सड़क महात्मा गांधी सेतु के पास हाजीपुर से निकलकर पुराना एनएच-28 यानी एनएच-122 पर बछवाड़ा के समीप मिलेगी। इस सड़क के बनने के बाद गंगा के पूर्वी किनारे बसे इलाकों को जबरदस्त लाभ होगा। उनका आवागमन बेहद सुगम बन जाएगा।
2 साल में बनकर तैयार होगी सड़क
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि, सड़क निर्माण के लिए नवंबर 2021 में ही राशि जारी हुई है। टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। कई कंपनियों ने टेंडर फाइल किया है, जिनका कोटेशन कम होगा, उन्हें सड़क निर्माण की जिम्मेदारी दी जाएगी। उन्होनें आगे बताया कि, अगले दो साल में इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा कराने का लक्ष्य है।
एनएच 319 ए का जल्द शुरू होगा निर्माण
बिहार को उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाली सड़क का निर्माण इसी साल शुरू हो जाएगा। सड़क कैमूर जिले के मोहनिया से बक्सर जिले के चौसा तक बनाया जाएगा। इससे पटना समेत कई जिलों से उत्तर प्रदेश का आवागमन आसान हो जाएगा। पटना से आरा, बक्सर होते हुए लोग आसानी से बनारस आ सकेंगे।
45 किलोमीटर लंबी होगी सड़क
मोहनिया से चौसा तक सड़क की लंबाई 45 किलोमीटर होगी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 427.29 करोड़ रुपए जारी किए हैं। इससे सड़क का निर्माण 2024 तक पूरा करा लिया जाना है। फंड जनवरी 2022 में ही जारी हुआ है।
सिविटेक्ट इंडिया को मिल सकता है काम
इस सड़क के निर्माण को लेकर टेंडर अभी फाइनल नहीं हुआ है। सूत्रों का कहना है कि, सबसे कम कोटेशन सिविटेक्ट इंडिया ने दिया है, जिस कारण इसे वर्क ऑर्डर मिल सकता है। टेंडर में 9 बड़ी कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है।
बक्सर से बनारस की दूरी 30 किमी होगी कम
इस सड़क का निर्माण पूरा होते ही बक्सर से बनारस की दूरी 30 किलोमीटर कम हो जाएगी। यह मार्ग बिहार को उत्तर प्रदेश से जोड़ने के लिए एक अहम मार्ग बन जाएगा। सड़क के बनने से पटना, कैमूर, रोहतास और बक्सर के लोग लाभान्वित होंगे।