- पुर्णिया में आरजेडी के राज्य सचिव शक्ति मलिक की सोते समय हुई थी हत्या
- शक्ति मलिक की पत्नी ने तेजस्वी, तेज प्रताप यादव के खिलाफ केस कराया है दर्ज
- तेजस्वी यादव आरोप पर बोले- कुछ लोगों को पड़ गई है सियासत की आदत
पटना: पुर्णिया के शक्ति मलिक हत्याकांड में तेजस्वी और तेज प्रताप यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। इस संबंध में तेजस्वी यादव ने बुधवार को एक खत लिखकर उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को गिरफ्तार कराने की चेतावनी दी थी। गुरुवार को उन्होंने फिर निशाना साधते हुए कहा कि वो पूछना चाहते है कि क्या सीएम साहेब इतना डरे और परेशान हैं कि वो अब झूठे आरोप लगाएंगे। क्या नीतीश कुमार जेडीयू की प्रेस कांफ्रेंस पर माफी मांगेंगे जिसमें उनके ऊपर झूठे आरोप लगाए गए थे।
शक्ति मलिक केस में अब तक सात लोग गिरफ्तार
7 लोग गिरफ्तार उनके बयानों के अनुसार, यह स्पष्ट है कि हमारे नामों को राजनीतिक साजिश के तहत मामले में घसीटा गया। सत्तारूढ़ पार्टी ने मेरे भाई और मुझ पर झूठे आरोप लगाए। पूर्णिया में राजद के पूर्व राज्य सचिव शक्ति मलिक की हत्या पर राजद के तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि जिस तरह से महागठबंधन के पक्ष में लोग सामने आ रहे हैं उसके बाद से जेडीयू घबरा गई है और उसका असर उनके नेताओं के बयानों में नजर आ रहा है। वो तो पहले दिन से ही कह रहे हैं कि सरकार चाहे तो सीबीआई जांच करा ले। यही नहीं नामांकन से पहले गिरफ्तारी भी करा सकती है।
पैसों के लेनदेन का परिवार ने लगाया है आरोप
शक्ति मलिक, आरजेडी के प्रदेश सचिव थे। उनकी पत्नी का आरोप है कि टिकट के लिए पैसे मांगे गए। अपनी हैसियत के मुताबिक उनके पति ने इंतजाम किया। लेकिन तेजस्वी यादव की मांग बढ़ती गई। जब शक्ति ने पैसे देने में असमर्थता जाहिर की तो उन्हें देख लेने की धमकी दी गई। उसके बाद से उनके पति की जान पर खतरा बढ़ गया था। जिस दिन उनके पति को गोली मारी गई उससे ठीक पहले उन्होंने फेसबुक लाइव के जरिए सफेदपोश लोगों की काली करतूतों को सार्वजनिक किया था और उसके अगले दिन ही खत्म कर दिया गया।