- अतीक अहमद के खिलाफ जांच शुरू, 700 बीघे जमीन का मामला
- अलीना और अहमद सिटी प्रोजेक्ट की हो रही है जांच
- अतीक अहमद इस समय गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद
प्रयागराज। अतीक अहमद की कई पहचान है, वो सांसद भी रहे हैं, खुद को समाजसेवी भी कहते हैं। लेकिन जनता और सरकार की नजर में वो ऐसे शख्स हैं जिनका दामन दागदार है। अतीक अहमद इस समय अहमदाबाद जेल में बंद हैं, दरअसल वो इससे पहले यूपी के देवरिया जेल में बंद थे। लेकिन जब शिकायत मिली की वो जेल से साम्राज्य चला रहे हैं तो उन्हें राज्य बदर कर दिया गया। ताजा मामला अलीना और अहमद सिटी से जुड़ा हुआ है। प्रशासन का मानना है कि इन दोनों प्रोजेक्ट के लिए करीब 700 बीघा जमीन ली गई थी। लेकिन नियम और कानून की अनदेखी की गई।
अतीक के भाई की संपत्ति की भी जांच
पुलिस भी इस मामले में अतीक के भाई अशरफ और उनके गुर्गों की चल और अचल संपत्तियों की जांच कर रही है। इसके अलावा इस बात की भी जांच पड़ताल चल रही है कि अतीक अहमद गैंग ने कितने लोगों की जमीनों पर अवैध तौर पर कब्जा किया था। यही नहीं इस बात की जांच की जा रही है कि जिन संपत्तियों को अतीक के कब्जे से आबाद कराया गया था वो वर्तमान में किसके कब्जे में हैं।
नियमों की अनदेखी कर टाउनशिप पर काम हुआ था शुरू
करेली थाना क्षेत्र के लखनपुर गांव के करीब पूर्व सांसद अतीक अहमद ने हाईटेक टाउनशिप बसाने की योजना शुरू की थी। इसके लिए अलीना सिटी और अहमद सिटी के नाम से इस प्रोजेक्ट के लिए करीब सात सौ बीघा जमीन ली गई थी। लेकिन आरोप यह लगने लगा कि अतीक अहमद ने ज्यादातर लोगों से जमीन डराधमका कर ली। दो साल पहले स्पेशल टॉस्क फोर्स के तत्कालीन आइजी ने इसकी जांच करते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे और उन प्रोजेक्ट्स में बने कुछ भवनों को गिरा दिया गया था।
सरकारी जमीन पर भी हुआ था कब्जा
एसटीएफ की जांच में यह जानकारी सामने आई कि टाउनशिप के लिए करीब 25 बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा किया गया था। इस प्रोजेक्ट के लिए सड़क बनाने और सीवर लाइन बिछाने के साथ ही बिजली के सरकारी खंभे भी गाड़ दिए गए थे। टाउनशिप के क्षेत्र को ग्रीन बेल्ट बताते हुए भी अधिकारियों ने प्रोजेक्ट पर रोक लगाने की बात कही थी। लेकिन अतीक के डर और प्रभाव की वजह से प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी। लेकिन भू माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत अतीक के काले साम्राज्य की परत दर परत खुल रही है।