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Pune Crime: सिर्फ संडे के दिन और सफेद स्कूटर की चोरी करता था ये शातिर चोर, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

Updated Aug 18, 2022 | 15:06 IST

Pune Crime News: पुणे पुलिस ने एक फिल्मी चोर को गिरफ्तार किया है, जो खास दिन, खास समय पर खास वाहन चुराता था। उसकी इसी खासियत के कारण ये पुलिस के हत्थे चढ़ा है। पकड़े गए चोर की पहचान विवेक वाल्मीक गायकवाड़ के तौर पर हुई है।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
सिर्फ संडे के दिन सफेद स्कूटर की करता था चोरी, चोर गिरफ्तार
मुख्य बातें
  • पुणे पुलिस ने एक फिल्मी चोर को किया गिरफ्तार
  • वह खास दिन, खास समय पर खास वाहन चुराता था
  • शहर भर में हुए कई वाहन चोरी के मामले

Pune Crime News: पुणे पुलिस ने एक फिल्मी चोर को गिरफ्तार किया है, जो खास दिन, खास समय पर खास वाहन चुराता था। उसकी इसी खासियत ने इसे पुलिस के हत्थे चढ़ा दिया है। पकड़े गए चोर की पहचान विवेक वाल्मीक गायकवाड़ के तौर पर हुई है। पुणे पुलिस ने कुछ दिनों में शहर भर में हुए कई वाहन चोरी के मामले में गायकवाड़ को गिरफ्तार किया है। 

पुलिस ने बताया है कि, आरोपी गायकवाड़ को रविवार के दिन एक खास समय पर खास तरह के स्कूटर चोरी करना पसंद था। पता चलने के बाद पुलिस ने एक जाल बिछाकर उसे औंध से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि, गायकवाड़ ने औंध से तीन सफेद स्कूटर चुराए थे। 

इस तरह पुलिस के हत्थे चढ़ा शातिर चोर

पुलिस ने कहा है कि, सभी स्कूटर की चोरी एक विशेष दिन और एक निश्चित समय पर होती थी। पता चला कि, रविवार को एक पखवाड़े के अंतराल में तीनों स्कूटर चोरी हो गए। गायकवाड़ सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच वाहनों की चोरी करता था। पुलिस ने इलाके में पहले हुई चोरी की सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के बाद गायकवाड़ की उसके ब्लूटूथ और जूतों के आधार पर पहचान की। उसे क्या पता था कि एक पुलिस टीम उसके पसंदीदा ठिकाने पर उसका इंतजार कर रही थी और जब वह चौथी बार औंध से उसी तरह के स्कूटर को चोरी करने की कोशिश कर रहा था तो उसे पकड़ लिया गया।

आरोपी चार और घटनाओं में शामिल था

पुलिस को आगे की जांच के दौरान पता चला कि, आरोपी गायकवाड़ पिंपरी-चिंचवड़ में रिपोर्ट की गई चार और घटनाओं में शामिल था। पुलिस ने उसके कब्जे से कुल सात स्कूटर बरामद किए हैं। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा है कि, आरोपी अपना स्कूटर लक्षित स्कूटर के पास खड़ा कर देता और उसे लेकर भाग जाता। वह कुछ देर बाद में वापस आकर अपना स्कूटर भी ले जाता था। उसने चोरी के स्कूटरों के लिए पिंपरी-चिंचवड़ और पुणे में दो पार्किंग स्थल बनाए थे। वह पुणे में पिंपरी-चिंचवड़ से चोरी किए गए वाहनों को बाजार में बेच देता था।