- कर्क, सिंह, मेष को मीन की मित्र राशियां माना जाता है
- साल की शुरुआत में खर्च परेशान कर सकता है
- 16 जून के बाद से शुरू होगा शुभ समय
Meen Rashifal 2021 : मीन राशि 12वीं व अंतिम राशि है। मीन का स्वामी गुरु होता है। धनु का भी स्वामी भी गुरु होता है। गुरु ज्ञान का कारक ग्रह है। गुरु विद्वता प्रदान करता है। इस राशि के जातक अत्यंत विद्वान होते हैं। गुरु विद्या तथा आत्मबल प्रदान करता है। कर्क, सिंह, मेष तथा वृश्चिक राशियां इसकी मित्र राशियां हैं। इस राशि के लोग प्रशासन की उच्च सेवा में होते हैं। इस राशि के लोग शिक्षा में बहुत बड़े पदों को सुशोभित करते हैं। पॉलिटिक्स और पॉलिटिक्स की ऊंचाइयों को प्राप्त करते हैं। बहुत अच्छे डॉक्टर तथा वकील होते हैं। इस राशि का शुभ रत्न है पुखराज। इस राशि का वार्षिक राशिफल2021 निम्नवत है।
जानें 2021 मीन राशि वालों के लिए कैसा रहेगा ( Pisces yearly horoscope 2021)
1. स्वास्थ्य : स्वास्थ्य की दृष्टि से मिश्रिय वर्ष रहेगा। अप्रैल के बाद यह वर्ष आपको स्वास्थ्य सुख प्रदान करेगा। आपकी हेल्थ विगत वर्षों की तुलना में बेहतर रहेगी। श्वांस संबंधी रोगों सहित हृदय के रोगी सावधानी बरतें। मार्च तक का समय बहुत बेहतर नहीं है ।
2. जॉब : राजनीति,शिक्षा तथा प्रशासन से सम्बद्ध लोगों के लिए यह वर्ष अत्यंत श्रेयष्कर होगा। जॉब में उन्नति होगी। अप्रैल के बाद का समय बहुत बेहतर है। जून से सितम्बर तक जॉब चेंज या प्रोन्नति के अवसर प्राप्त होंगे। निष्कर्षतः यह वर्ष आपके करियर के लिए बहुत ही अच्छा रहेगा। मई के बाद विदेश जाने का संयोग बनेगा। आपका करियर इस वर्ष बहुत उत्कर्ष देगा।
3. लव लाइफ : जनवरी तथा मई माह में लव लाइफ में थोड़ी दिक्कत रहेगी। 15 मार्च के बाद यही प्रेम प्रसंग विवाह में बदल सकता है। दाम्पत्य जीवन में 16 फरवरी तक थोड़ा तनाव रहेगा, फिर सब ठीक हो जाएगा। फिर भी लव लाइफ अपनी सफलता तक इस वर्ष पहुंचेगी।
4. आर्थिक स्थिति : इस वर्ष आप प्रारम्भ में थोड़ा परेशान रहेंगे लेकिन अप्रैल के बाद चल तथा अचल संपत्ति खरीदेंगे। आर्थिक दृष्टि से यह वर्ष बहुत बेहतर रहेगा। यह वर्ष धन व ऐश्वर्य देगा। पूरे वर्ष आपकी आर्थिक स्थिति सम्मानजनक रहेगी।
5. शुभ समय : 16 जून के बाद समय बहुत ही बेहतर है। मार्च से 17 अगस्त के समय कुछ रुके धन की प्राप्ति से खुश रहेंगे।
6. उपाय : प्रतिदिन श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करें। धार्मिक पुस्तकों का दान करें। विष्णु भगवान के मंदिर हर गुरुवार को जाएं तथा उनकी चार परिक्रमा करें।