- शनि साढ़े साती के तीन चरण होते हैं इसके पहले चरण को उदय चरण कहते हैं। इस दौरान व्यक्ति को शारीरिक और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- शनि साढ़े साती के दूसरे चरण को शिखर चरण कहते हैं। इस दौरान व्यक्ति को आर्थिक, स्वास्थ्य और पारिवारिक समस्याओं तक का सामना करना पड़ता है।
- शनि साढ़े साती के तीसरे चरण को अस्त चरण रहते हैं। इस चरण में शनि साढ़े साती का प्रभाव कुछ कम होने लगता है।
शनि साढ़े साती का नाम सुनते ही लोग घबराने लगते हैं क्योंकि अधिकतर लोग इसे शनि की बुरा फल देने वाली दशा मानते हैं। लेकिन ज्योतिष की मानें तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। शनि साढ़े साती लाभ भी देती हैं अगर आपकी कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत हो। लेकिन अगर शनि आपकी कुंडली में कमजोर स्थिति में होंगे तो इस दौरान आपको तमान परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। जानिए 2023 में किन राशियों पर शुरू हो रहा है शनि साढ़े साती का कष्टदायी चरण।
Shani Sade Sati Most Painful Phase 2023: शनि साढ़े साती का कष्टदायी चरण 2023
2023 में शनि साढ़े साती का कष्टदायी चरण कुंभ राशि वालों पर शुरू होगा। 17 जनवरी 2023 में शनि अपनी राशि बदलकर कुंभ में प्रवेश करेंगे। इस राशि में शनि के आते ही कुंभ जातकों पर शनि साढ़े साती का सबसे कष्टदायी चरण शुरू हो जायेगा। ऐसे में आपको विशेष सावधानी बरतनी होगी। कुंभ जातकों को इस मुश्किल चरण से मुक्ति 29 मार्च 2025 को मिलेगी। तब तक का समय आपके लिए परेशानियों भरा साबित होने वाला है।
2023 में किन्हें मिलेगी शनि साढ़े साती से मुक्ति? नए साल में धनु राशि वालों को शनि साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी। जबकि मीन राशि वालों पर शनि की ये दशा शुरू हो जाएगी। ज्योतिष अनुसार इन दोनों राशियों के लिए शनि की दशा उतनी खराब नहीं होती जितनी की बाकी राशियों के लिए होती है।
शनि साढ़े साती के कितने चरण? शनि साढ़े साती के तीन चरण होते हैं। जिनमें इसके पहले चरण को उदय चरण कहते हैं दूसरे चरण को शिखर चरण कहते हैं और तीसरे चरण को अस्त चरण कहते हैं। हर चरण की अवधि ढाई साल की होती है।
2023 में किस राशि पर रहेगा कौन सा चरण? नए साल में मीन राशि वालों पर शनि साढ़े साती का पहला चरण रहेगा। कुंभ वालों पर इसका दूसरा चरण रहेगा जबकि मीन जातकों पर इसका पहला चरण रहेगा।