- 67.5 करोड़ भारतीय रुपये में नीलाम हुई डियागो माराडोना की जर्सी
- 1986 के विश्व कप फाइनल में यह जर्सी पहनकर दिलाई थी अर्जेंटीना को विश्व कप में जीत
- हैंड ऑफ गॉड की वजह से चर्चित है माराडोना का वो गोल और अर्जेंटीना की जीत
लंदन: दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक डिएगो माराडोना के द्वारा 1986 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में पहनी गयी जर्सी नीलामी में सबसे अधिक रकम हासिल करने वाली खेल से जुड़ी चीज बन गयी। इस जर्सी के लिए बुधवार को खत्म हुई नीलामी में 67.58 करोड़ रुपये (7.1 मिलियन पाउंड) मिले।
हैंड ऑफ गॉड वाली जर्सी
इस मैच को विवादास्पद ‘हैंड ऑफ गॉड’ गोल के लिए जाना जाता है। इस मैच में माराडोना हेडर से गोल करना चाहते थे लेकिन गेंद कथित तौर पर उनके हाथ से टकराकर गोल पोस्ट में चली गयी थी और मैच रेफरी इसे देखने में विफल रहे थे। उन्होंने हालांकि इस मैच में अपनी ख्याति के अनुरूप इंग्लैंड की लगभग पूरी टीम को अपनी शानदार ड्रिबलिंग से छकाते हुए गोलकर टीम को यादगार जीत दिलाई थी।
7.1 मिलियन पाउंड में हुई नीलाम
नीलामीकर्ता सोथबाय ने बुधवार को बताया कि माराडोना की जर्सी के लिए रिकार्ड 7.1 मिलियन पाउंड(67.5 करोड़ रुपये) की बोली लगी। उन्होंने हालांकि इसके खरीदार की जानकारी नहीं दी। मेक्सिको सिटी में 22 जून 1986, को खेले गये इस मैच का महत्व और भी अधिक था क्योंकि इससे चार साल पहले ब्रिटेन और अर्जेंटीना के बीच फॉकलैंड द्वीप को लेकर संघर्ष हुआ था।
साल 2002 में चुना गया सदी का सर्वश्रेष्ठ गोल
माराडोना ने बाद में कहा कि यह गोल ‘माराडोना के सिर और भगवान के हाथ (हैंड ऑफ गॉड) के मिश्रण से हुआ था। मैच के उनके दूसरे गोल को 2002 में फीफा के जनमत में ‘सदी का सर्वश्रेष्ठ’ गोल चुना गया था। अर्जेंटीना इस मैच को 2-1 से जीतने के बाद सेमीफाइनल और फाइनल में जीत दर्ज कर चैम्पियन बना था।
माराडोना ने बदली थी स्टीव हॉज के साथ जर्सी
इस मैच के बाद माराडोना ने इंग्लैंड के मिडफील्डर स्टीव हॉज के साथ जर्सी की अदला-बदली की। उन्होंने अब तक इसे कभी बेचा नहीं था। यह पिछले 20 वर्षों से मैनचेस्टर में इंग्लैंड के राष्ट्रीय फुटबॉल संग्रहालय के लिए ऋण पर है।