- गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक संघर्ष में 20 जवान शहीद हुए
- ये सभी जवान बिहार रेजिमेंट के थे, कर्नल संतोष बाबू भी हुए शहीद
- पीएम मोदी ने शनिवार को बिहार रेजिमेंट की वीरता की प्रशंसा की
पटना : गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ खूनी संघर्ष में बिहार रेजिमेंट की बहादुरी की चर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किए जाने के बाद सेना के उत्तरी कमान की ओर से शनिवार को एक वीडियो जारी किया गया। इस वीडियो में बिहार रेजिमेंट के शौर्य, वीरता एवं पराक्रम को दर्शाते हुए अप्रत्यक्ष रूप से चीन पर निशाना साधा गया है। एक मिनट 57 सेकेंड के वीडियो क्लिप में एक जगह जिक्र आता है, 'ये लड़ने के लिए पैदा हुए हैं। ये वही करते हैं जो इन्हें करना होता है। ये चमगादड़ नहीं हैं बल्कि बैटमैन हैं।'
वीडियो में कारगिल युद्ध की वीरता का जिक्र
इस वीडियो में कारगिल युद्ध में बिहार रेजिमेंट के शौर्य एवं पराक्रम को याद किया गया है। इसके अलावा 1857, 1946, 1965, 1971 एवं 1999 के युद्ध में बिहार रेजिमेंट ने देश और सेना के लिए जो उपलब्धियां हासिल कीं उनका उल्लेख किया गया है। इस वीडियो में गलवान घाटी का कोई जिक्र नहीं किया गया है। गत 15 जून की रात गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुए हिंसक संघर्ष में सेना के 20 जवान शहीद हो गए। ये 20 जवान बिहार रेजिमेंट के थे। वीडियो में कर्नल बी संतोष बाबू सहित तीन सैनिकों की शहादत को याद किया गया है।
पीएम मोदी ने बिहार रेजिमेंट की प्रशंसा की
शनिवार को 'गरीब कल्याण रोजगार अभियान' की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने बिहार रेजिमेंट के जवानों की वीरता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह रेजिमेंट सेना की सबसे बहादुर रेजिमेंट में से एक है। उन्होंने कहा, 'देश अपने सशस्त्र बलों पर हमेशा गर्व करता है लेकिन आज जब मैं बिहार के लोगों के साथ बातचीत कर रहा हूं तो मैं गर्व पूर्वक बिहार रेजिमेंट की वीरता का जिक्र करना चाहूंगा। बिहार के प्रत्येक नागरिक को इस रेजिमेंट पर गर्व है।'
परंपरा को बनाए रखेगा रेजिमेंट
दानापुर स्थित बिहार रेजिमेंट सेंटर के अधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने जो रेजिमेंट की प्रशंसा की है, इसके लिए कोई और बेहतर समय नहीं हो सकता था। कर्नल हेमंत परमार ने टीओआई से बातचीत में कहा, 'हम देश के लोगों से नैतिक समर्थन चाहते हैं। बिहार रेजिमेंट का गौरवशाली इतिहास रहा है और हम इस परंपरा को बनाए रखेंगे।'