- अनिवार्य गोल्ड हॉलमार्किंग की प्रक्रिया में नए 32 जिले जुड़ जाएगें।
- पहले चरण में 256 जिलों में यह सुविधा शुरू हुई थी।
- अब 14, 18, 20, 22, 23 और 24 कैरेट के आभूषण हॉलमार्किंग के जरिए ही बेचे जा सकेंगे।
Gold Jewellery Purity and Hallmarking: एक जून से सोने के आभूषणों पर हॉलमार्किंग (Hallmarking)के नए नियम लागू हो रहे हैं। इसके तहत अब सोने और आभूषणों पर 14 कैरेट से लेकर 24 कैरेट गोल्ड की हॉलमार्किंग होगी। यानी आपको अपने सोने के खरा होने की प्रमाणिक जानकारी मिलेगी। इसके लिए हर सोने की बिस्किट और आभूषण पर खास चिन्ह बने होतें है। जिसके जरिए आप आसानी से समझ सकते हैं कि आपका सोना कितना खरा है।
क्या है नया नियम
एक जून 2022 से अनिवार्य गोल्ड हॉलमार्किंग का दूसरा चरण शुरू हो रहा है। इसके तहत अनिवार्य गोल्ड हॉलमार्किंग की प्रक्रिया में नए 32 जिले जुड़ जाएगें। पहले चरण में 256 जिलों में यह सुविधा शुरू हुई थी। इसके अलावा इन जिलों में अब 14, 18, 20, 22, 23 और 24 कैरेट के आभूषण हॉलमार्किंग के जरिए ही बेचे जा सकेंगे।
कैसे करेंगे पहचान
शुद्धता | हॉलमार्क के 3 नंबर |
24 कैरेट | 995 |
23 कैरेट | 958 |
22 कैरेट | 916 |
20 कैरेट | 833 |
18 कैरेट | 750 |
14 कैरेट | 585 |
इन चिन्हों को भी समझे
दरअसल हॉलमार्क वाला सोना इस बात की गारंटी देता है कि आपका सोना कितने कैरेट का है। इसकी प्रमाणिकता बीआईएस के जरिए पूरी होती है। ग्राहकों द्वारा खरीदे गए सभी सोने के आभूषणों के लिए हॉलमार्किंग अनिवार्य है, भले ही सोने की शुद्धता कितनी भी हो। ग्राहकों को ज्यादा आसान हो इसके लिए अब हॉलमार्क वाले सोने के आभूषणों में तीन चिह्न होंगे-
- बीआईएस लोगो
- शुद्धता / सुंदरता ग्रेड
- छह अंकों का अल्फान्यूमेरिक कोड यानी HUID
हॉलमार्क गोल्ड से क्या फायदा
हॉलमार्क गोल्ड से शुद्धता की गारंटी मिलती है । और यह गारंटी सरकार द्वारा बनाए गए मानकों के आधार पर मिलती है। इसलिए यह ग्राहक के मन में भरोसा पैदा करता है। इसका मतलब है, यदि आप हॉलमार्क 22 K गोल्ड ज्वैलरी खरीद रहे हैं, तो इसका वास्तव में मतलब यह होगा कि 18/24 हिस्से सोने के हैं और बाकी मिश्र धातु है।