- कॉरपोरेट एफडी छोटे निवेशकों और रिटायर्ड लोगों के बीच लोकप्रिय है।
- आरबीआई से अगले 6-9 महीनों में ब्याज दरों में और बढ़ोतरी कर सकता है।
- इससे आने वाले महीनों में बैंक और वित्त कंपनियां ब्याज दरों में और वृद्धि कर सकते हैं।
नई दिल्ली। निवेशकों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) सालों से सबसे लोकप्रिय विकल्प में से एक रहा है। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) ने महंगाई पर काबू पाने के लिए ब्याज दरों में वृद्धि की थी, जिसके बाद कई सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने एफडी (FD) पर ब्याज दरें बढ़ाईं। कॉरपोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट (Corporate Fixed Deposit) की दरों में भी वृद्धि हुई है।
विश्लेषकों की निवेशकों को सलाह
एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस और पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस जैसे प्रमुख कंपनियों ने दरों में 10 आधार अंकों से 25 आधार अंकों तक की वृद्धि की है। लेकिन विश्लेषकों ने निवेशकों को अपने पैसे को लंबी अवधि के कार्यकाल में लॉक करने से पहले इंतजार करने की सलाह दी है क्योंकि दरों में बढ़ोतरी की मात्रा अभी भी अपेक्षित की तुलना में कम है।
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एचडीएफसी लिमिटेड ने इतनी बढ़ाई ब्याज दर
एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd) और बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) ने पिछले कुछ महीनों में तीसरी बार एफडी दरें बढ़ाई हैं। एचडीएफसी ने 15 जून से 12 महीने से 36 महीने की डिपॉजिट पर 20 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। वहीं 36 महीनों से 120 महीनों की अवधि के लिए 10 आधार अंकों की वृद्धि की गई है।
वहीं नॉन - बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी बजाज फाइनेंस ने 5 साल की मैच्योरिटी वाली एफडी की दरों में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है । पंजाब नेशनल बैंक हाउसिंग फाइनेंस ने सभी टेन्योर की एफडी में 25 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी की है। वहीं 48 महीने से 59 महीने की मैच्योरिटी वाली एफडी में 10 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी की गई है।