- गोल्ड को ग्लोबल एसेट क्लास माना जाता है।
- गोल्ड ईटीएफ फिजिकल गोल्ड से बेहतर माना जाता है।
- गोल्ड ईटीएफ को रिटेल निवेशकों के पोर्टफोलियो में जरूर शामिल किया जाता है।
नई दिल्ली। गोल्ड ईटीएफ एक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) होता है, जिसका उद्देश्य घरेलू फिजिकल सोने की कीमत को ट्रैक करना है। मार्च की शुरुआत में सोना 56,000 रुपये के स्तर के करीब पहुंच गया था। इस हफ्ते अब तक सोने की कीमत करीब 1,500 रुपये प्रति 10 ग्राम नीचे आ चुकी है। अब सोने का दाम करीब तीन महीने के निचले स्तर पर है। अगर आप गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं तो यह आपके लिए एक अच्छा मौका हो सकता है।
मौजूदा समय में कई कारण हैं जिसकी वजह से गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) गोल्ड में निवेश के पारंपरिक रूपों से बेहतर है, आइए जानते हैं कैसे-
- गोल्ड ईटीएफ में निवेशकों को मिलावट या शुद्धता की कोई चिंता नहीं होती।
- यह निवेशकों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में उपलब्ध होता है। इसलिए इसके चोरी होने का कोई डर नहीं होता।
- निवेशक रियल टाइम में अपने निवेश मूल्यों को ट्रैक कर सकते हैं।
- गोल्ड ईटीएफ अत्यंत तरल होते हैं।
गोल्ड ईटीएफ में कैसे करें निवेश? (How to Invest in Gold ETF)
गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग स्टॉक के लिए ऑनलाइन अकाउंट के साथ एक ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए। आपको गोल्ड ईटीएफ का विकल्प चुनना होगा और अपने ब्रोकर के ट्रेडिंग पोर्टल से ऑनलाइन ऑर्डर करना होगा। ऑर्डर एक्सचेंज को भेजे जाते हैं जहां परचेज ऑर्डर को सेल ऑर्डर के साथ मैच किया जाता है और एक कंफर्मेशन आपको वापस भेज दिया जाता है।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए इन दस्तावेजों की होती है जरूरत
- पैन कार्ड
- पहचान का प्रमाण
- एड्रेस प्रूफ
गोल्ड ईटीएफ को किसी भी अन्य कंपनी के शेयर की तरह बीएसई और एनएसई के कैश सेगमेंट पर व्यापार किया जाता है। इसे बाजार की कीमतों पर खरीदा और बेचा जा सकता है। गोल्ड ईटीएफ खरीदने और बेचने में होने वाला खर्च फिजिकल गोल्ड की खरीद, बिक्री, स्टोरिंग, आदि में किए जाने वाले खर्चों की तुलना में काफी कम है।
(Disclaimer: यहां टाइम्स नाउ नवभारत द्वारा किसी भी योजना में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है। यह सिर्फ जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी योजना में निवेश करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)