सियोल : अमेरिका के साथ वार्ता में विफलता के बाद उत्तर कोरिया के तेवर एक बार फिर आक्रामक होते जा रहे हैं। बीते सप्ताहांत जापान को चेताने के बाद अब उत्तर कोरिया अमेरिका को चेतावनी दी है और साफ कहा कि परमाणु वार्ता बचाने को लेकर समय अब बहुत कम रह गया है। उत्तर कोरिया की ओर से चेतावनी भरे लहजे में कहा गया है कि यह अमेरिका पर निर्भर करता है कि उसे क्रिसमस पर उत्तर कोरिया से कैसा गिफ्ट चाहिए।
उत्तर कोरिया की ओर से मंगलवार को आए इस बयान को अमेरिका और दक्षिण कोरिया पर दबाव बनाने के लक्ष्य से दिया बताया जा रहा है। दरअसल, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात में जो सहमति बनी थी, उसके तहत अमेरिका को एक-दूसरे को स्वीकार्य शर्तों के लिए एक साल का समय दिया गया था, जिसकी अवधि समाप्त होने जा रही है।
अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच परमाणु वार्ता पटरी पर नहीं लौट पा रही है। ट्रंप और किम की इस साल फरवरी में हुई मुलाकात भी बेनतीजा रही थी, क्योंकि अमेरिका ने अपने परमाणु कार्यक्रमों को लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध झेल रहे उत्तर कोरिया को आंशिक रूप से परमाणु कार्यक्रम बंद करने के बदले प्रतिबंधों में बड़ी राहत देने से इनकार कर दिया था।
अमेरिका से वार्ता बेपटरी होने के बीच उत्तर कोरिया के तेवर एक बार फिर से बगावती होते नजर आ रहे हैं। उत्तर कोरिया ने बीते सप्ताह गुरुवार को भी एक परीक्षण किया था, जिस पर जापान ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि उत्तर कोरिया बार-बार बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च कर रहा है, जो जापान के साथ-साथ पूरी दुनिया के लिए खतरा हो सकता है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तर कोरिया ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे 'मूर्ख' और 'राजनीतिक रूप से कच्चा' बताया और यह भी कहा कि जापान के प्रधानमंत्री उत्तर कोरिया के ताजा मिसाइल परीक्षण के बारे में दुनिया को गलत जानकारी दे रहे हैं। उत्तर कोरिया ने अपने परीक्षण को 'सुपर लार्ज मल्टिपल रॉकेट लांचर' का परीक्षण बताया और इसके बैलिस्टिक मिसाइल होने से इनकार किया।