मास्को : रूस में व्लादिमीर पुतिन बीते करीब दो दशक से सत्ता के शिखर पर कायम हैं। बीते वर्षों में वह दुनियाभर में रूस की पहचान बन चुके हैं। उनका चौथा कार्यकाल साल 2024 में समाप्त होने जा रहा है, लेकिन बीते साल जुलाई में संवैधानिक संशोधन के जरिये जो प्रावधान किया गया, उसके अनुसार पुतिन 2024 के बाद भी दो कार्यकाल तक अपने पद पर बने रह सकेंगे। इतना ही नहीं पुतिन और उनके परिवार के सदस्यों पर उनके राष्ट्रपति नहीं रहने के बाद भी किसी तरह का अपराधिक मुकदमा नहीं चलाया जा सकेगा। ये कुछ उदाहरण हैं, जो दर्शाते हैं कि पुतिन किस तरह बीते वर्षों में रूस में ताकतवर बनकर उभरे हैं। फिर आखिर क्या वजह है कि रूस में अब हजारों की तादाद में लोग उनके खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं?
पुतिन को सीधे चुनौती दे रहे नवलनी
रूस में पुतिन के खिलाफ इन विरोध-प्रदर्शनों की अगुवाई एलेक्सी नवलनी कर रहे हैं। बीते वर्षों में नवलनी रूस में पुतिन के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरे हैं। पुतिन के मुखर आलोचक और भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के अगुवा नवलनी (44) को जर्मनी से लौटने पर 17 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया गया था। इससे पहले नवलनी ने आरोप लगाया था कि उन्हें नर्व एजेंट (जहर) दिया गया था, जिसके बाद उनका इलाज जर्मनी में चल रहा था। रूस ने हालांकि नवलनी के आरोपों से इनकार किया है। लेकिन लोगों का एक बड़ा समर्थन उन्हें मिलता दिखाई दे रहा है। नवलनी को पेरौल की शर्तों के कथित उल्लंघन को लेकर 17 जनवरी को रूस लौटने पर गिरफ्तार किया गया था।
नवलनी की रिहाई की मांग को लेकर रूस में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। बीते सप्ताह 31 जनवरी को हुए प्रदर्शनों के दौरान पुलिस ने 2,300 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया था, जिसे हाल के वर्षों में हुआ सबसे मुखर विरोध प्रदर्शन माना जा रहा है। पुतिन के खिलाफ हो रहे इस प्रदर्शन से क्रेमलिन हलकान है और अधिकारी प्रदर्शन से निपटने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। इन सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि आखिर पुतिन के खिलाफ लोग इतनी बड़ी संख्या में सड़कों पर क्यों उतर रहे हैं?
पुतिन पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोप
रूप में पुतिन साल 2000 से सत्ता के शीर्ष पर काबिज हैं और इस दौरान उन्होंने भरपूर शक्ति का प्रयोग किया है। बीते साल संवैधानिक संशोधन के जरिये पुतिन और उनके परिवार को आपराधिक मुकदमों से छूट का जो अधिकार दिया गया, उससे एक नए तरह की चर्चा यहां छिड़ गई। रूस में युवाओं का एक बड़ा वर्ग है, जो मानता है कि मानता है कि सत्ता के शीर्ष पर भ्रष्टाचार है और बीते 10 वर्षों में यहां लोगों के अधिकार सीमित हुए हैं। वे बदलाव की जरूरत महसूस कर रहे हैं और ऐसे में नवलनी में उन्हें एक ऐसा नेता नजर आ रहा है, जो पुतिन को चुनौती देने का साहस करते नजर आ रहे हैं, जबकि विपक्ष का कहीं नामोनिशान नजर नहीं आ रहा।
बीते दिनों नवलनी के उस वीडियो ने भी रूसी युवाओं का गुस्सा भड़का दिया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि पुतिन ने गैरकानूनी पैसे से अपने लिए अरबों डॉलर का महल बनवाया, जिसमें 800 डॉलर के ट्वायलेट ब्रश का इस्तेमाल होता है। रूसी सरकार ने हलांकि आरोपों को नकारा, लेकिन युवाओं को नवलनी की बातों पर अधिक भरोसा नजर आ रहा है। यही वजह है कि बीते सप्ताह जब रूस में मास्को राजधानी से लेकर सेंटपीटर्सबर्ग, साइबेरिया और देश के अन्य हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए तो कई प्रदर्शनकारियों के हाथों में ट्वायलेट ब्रश भी था, जो पुतिन विरोधी प्रदर्शन का प्रतीक बन गया।