नई दिल्ली: अफगानिस्तान में बिगड़ते सुरक्षा हालात के बीच अफगानिस्तान में सिख समुदाय ने काबुल के करता परवन गुरुद्वारे (Karte Parwan Gurdwara Kabul) में शरण ली है, तालिबान नेताओं ने सिख समुदाय से मुलाकात की है और उन्हें उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया है। अकाली दल के प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) के अनुसार, अफगानिस्तान में लगभग 320 से अधिक हिंदू और सिख हैं और सरकार उनके सुरक्षित निकास को सुनिश्चित करने के तौर-तरीकों पर काम कर रही है।
मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि "मैं काबुल की गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष और संगत के लगातार संपर्क में हूं, जिन्होंने मुझे बताया है कि हाल के घटनाक्रमों के मद्देनजर अल्पसंख्यकों के 320+ लोगों (50 हिंदुओं और 270+ सिखों सहित) ने काबुल के करता परवन गुरुद्वारे में शरण ली है। तालिबान नेताओं ने उनसे मुलाकात की है और उन्हें उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया है। हमें उम्मीद है कि अफगानिस्तान में राजनीतिक और सैन्य परिवर्तनों के बावजूद हिंदू और सिख सुरक्षित जीवन जी सकेंगे।"
'सुरक्षित निकास के लिए आवश्यक सभी व्यवस्थाएं करेंगे'
अकाली दल के प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि स्थानीय तालिबान नेताओं ने गुरुद्वारा में प्रधान से मुलाकात की और आश्वासन दिया कि उनकी सुरक्षा तालिबान की जिम्मेदारी है।
अफगानिस्तान में तालिबान आगे बढ़ा
गौर हो पिछले एक सप्ताह में अफगानिस्तान में नाटकीय और तेज घटनाक्रम में तालिबान ने राष्ट्रपति भवन और काबुल पर कब्जा कर लिया है और घोषणा की है कि देश उनके नियंत्रण में हैं। काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से अफरा-तफरी और तबाही के दृश्य सामने आ रहे हैं, जहां हजारों की संख्या में लोग देश छोड़कर भाग खड़े हुए हैं. जबकि भारत ने काबुल से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया की एक उड़ान संचालित की है।