Petrol Price: पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में बढोत्तरी, जानें इस वजह से उपभोक्ता की जेब पर नहीं पड़ा असर

बिजनेस
रवि वैश्य
Updated May 06, 2020 | 01:00 IST

Hike on Excise duty :पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है लेकिन इसका प्रभाव खुदरा कीमतों पर नहीं पड़ेगा।

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प्रतीकात्मक फोटो 

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। ये शुल्क दर परिवर्तन 6 मई यानि आज बुधवार से लागू होंगी, मगर इस वृर्द्धि का असर आम उपभोक्ता के उपर नहीं आएगा क्योंकि ये बढोत्तरी अंतरराष्ट्रीय दरों में गिरावट के हिसाब से समाहित हो जाएगी और दाम में इजाफा नहीं होगा।

इससे पहले दिल्ली सरकार के ईंधन पर वैट (VAT) बढ़ाने के बाद राजधानी में मंगलवार से पेट्रोल 1.67 रुपये और डीजल 7.10 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया।

इसके बाद दिल्ली में डीजल का भाव कमेट्रो शहरों में सबसे ऊंचा हो गया है। हालांकि पेट्रोल अभी भी सभी मेट्रो शहरों से सस्ता बना हुआ है। तेल कंपनियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक अब दिल्ली में डीजल की नयी कीमत 69.39 रुपये प्रति लीटर होगी जो पहले 62.29 रुपये प्रति लीटर थी।

पेट्रोल का भाव 71.26 रुपये लीटर हो गया है।पहले यह 69.59 रुपये प्रति लीटर था। केंद्र शासित प्रदेश में पेट्रोल पर अब वैट 27 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत और डीजल पर 16.75 प्रतिशत से 30 प्रतिशत हो गया है।इस बढ़ोत्तरी से दिल्ली सरकार को सालाना 900 करोड़ रुपये से अधिक की अतिरिक्त आय होने की उम्मीद है।

किसी और शहर में पेट्रोल-डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं
दिल्ली के अलावा किसी और शहर में पेट्रोल-डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार में भारी उथल-पुथल के चलते सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमत को स्थिर बनाए रखा है।इस बढ़ोत्तरी के बाद सभी मेट्रो शहरों में सबसे अधिक डीजल की कीमत दिल्ली में चुकानी होगी। साथ ही यह कीमत दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम से भी अधिक है।

दिल्ली में डीजल की नयी दर 69.39 रुपये प्रति लीटर है जो मुंबई में 66.21 रुपये, कोलकाता में 65.62 रुपये और चेन्नई में 68.22 रुपये प्रति लीटर बनी हुई है। इतना ही नहीं गुरुग्राम में एक लीटर डीजल का दाम 63.18 रुपये, गाजियाबाद में 62.82 रुपये और नोएडा में 62.96 रुपये चुकाना होगा।

सभी मेट्रो शहरों के मुकाबले दिल्ली में पेट्रोल अभी भी सबसे सस्ता
औद्योगिक जगत का कहना है कि भारत में ईंधन का बाजार मूल्य को लेकर काफी संवेदनशील है। ऐसे में ट्रक, अंतरराज्यीय परिवहन और अन्य दिल्ली के बजाए पड़ोसी राज्यों से तेल भरवाना उचित समझेंगे। हालांकि सभी मेट्रो शहरों के मुकाबले दिल्ली में पेट्रोल अभी भी सबसे सस्ता है। मुंबई में एक लीटर पेट्रोल का दाम 76.31 रुपये, कोलकाता में 73.30 रुपये और चेन्नई में 75.54 रुपये प्रति लीटर है।

वहीं दिल्ली-एनसीआर में भी यह कीमतें अन्य शहरों के लगभग बराबर आ गयी हैं। गुरुग्राम में पेट्रोल की कीमत 71.21 रुपये प्रति लीटर, गाजियाबाद में 71.90 रुपये प्रति लीटर और नोएडा में 72.03 रुपये प्रति लीटर है।

कोरोना वायारस और उसके चलते देशभर में किए गए लॉकडाउन से देश की अर्थव्यवस्था को झटका लगा है। इससे सरकार के राजस्व में भी कमी आयी है। ईंधन पर वैट बढ़ाकर दिल्ली सरकार की कोशिश इस राजस्व नुकसान को कम करने की है।

सस्ती का फायदा उठाकर भारत ने बनाया प्लान
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि भारत ने वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के घटे दाम का फायदा उठाते हुए अपने भूमिगत तेल भंडारों, टैंकों, पाइपलाइनों और जलपोतों में 3 करोड़ 20 लाख टन कच्चे तेल का भंडारण कर लिया है।

भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है। भारत पेट्रोलियम उत्पादों की अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिये 85 प्रतिशत की भरपाई आयात से करता है। कोविड- 19 के दौर में चुनौतियों का प्रभाव कम करने पर फेसबुक पर हुई बातचीत में प्रधान ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाये जाने से पूरी दुनिया में तेल की मांग अचानक गायब हो गई। ऊर्जा क्षेत्र में यह अपने आप में अभूतपूर्व स्थिति है। इससे पहले ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी गई।

उन्होंने कहा, इस स्थिति के चलते विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम टूटते चले गए और एक समय तो ऐसा भी आया जब अमेरिका के बाजार में दाम नकारात्मक दायरे में चले गए। प्रधान ने कहा कि भारत इस स्थिति का लाभ अपने तेल भंडारों को भरने के लिए कर रहा है ताकि बाद में इसका इस्तेमाल किया जा सके। 

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