क्रेडिट कार्ड से हमें ना सिर्फ उस समय अपने मनचाहे खर्चों को करने की क्षमता मिलती हैं जब हम अस्थाई रूप से लिक्विडिटी की समस्या का सामना कर रहे होते हैं, बल्कि हमें कैशबैक, रिवार्ड प्वाइंट्स, विशेष डिस्काउंट आदि के जरिए उन खर्चों की वैल्यू को अधिकतम करने का मौका भी मिलता है अगर हम हर बिलिंग साईकल में समय पर कुल बकाया राशि का भुगतान कर देते हैं।
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते समय क्रेडिट कार्ड धारकों द्वारा अपनाए गए वित्तीय अनुशासन से उनको अपनी क्रेडिट हिस्ट्री को बनाने में और समय के साथ-साथ अपने क्रेडिट स्कोर में सुधार करने में भी सहायता मिलती है। संभव है कि आप में से अनेक लोग काफी समय से पेमेंट के साधन के रूप में इसका इस्तेमाल कर रहे हो सकते हैं, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण क्रेडिट कार्ड तथ्य ऐसे हैं जिनके बारे में हो सकता है आपको जानकारी न हो। आइए उनमें से कुछ पर चर्चा करते हैं ताकि आप समझ-बूझ से निर्णय कर सकें।
यह सच है कि बैंक अपने सभी ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड नहीं देते हैं- वे केवल उन्हीं ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड देते हैं, जो न्यूनतम आय, क्रेडिट स्कोर, ऑक्यूपेशन का टाइप आदि से जुड़ी एलिजिबिलिटी (योग्यता) जरूरतों को पूरा करते हैं। लेकिन, अगर आप सभी एलिजिबिलिटी (पात्रता) मानदंडों को पूरा नहीं करते हैं, तो आप अपने बैंक से अपने फिक्स्ड डिपाजिट पर सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड को एक्सटेंड करने के लिए अनुरोध कर सकते हैं। बैंक, आमतौर पर नियम और शर्तों के तहत, एफडी वैल्यू के 90% तक क्रेडिट कार्ड की अनुमति देते हैं। लेकिन अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि के संबंध में डिफाल्ट करते हैं, तो बैंक को कोलैटरलाइज्ड एफडी को समाप्त करके उनको रिकवर करने का अधिकार होता है।
अकसर बैंक अपने चुनिंदा क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को प्री-एप्रूड लोन ऑफर करते हैं। इन अनसिक्योर्ड लोन पर 12% से 30% प्रतिवर्ष तक ब्याज दर ली जा सकती है, और उनकी ईएमआई को कुल मासिक कार्ड बकाया में शामिल कर दिया जाता है और अकसर इनको क्रेडिट कार्ड की लिमिट के साथ लिंक किया जाता है। लेकिन, उनके प्री-एप्रूड होने के कारण, इस प्रकार के लोन को तत्काल वितरित किया जा सकता है, जो कि किसी भी वित्तीय आपातस्थिति के दौरान एक अच्छा बोरोइंग टूल साबित हो सकता हैं। यह कहने के बाद, आपको यह भी सलाह दी जाती है कि आप सावधानी से लोन से जुड़ी हर बात को पढ़ लें, इसकी अफार्डिबिलिटी का आकलन कर लें और इस बात को तय कर लें कि क्रेडिट कार्ड लिंक्ड प्री-एप्रूड लोन पर हस्ताक्षर करने से पहले आपकी शेष क्रेडिट कार्ड लिमिट (जब इस प्रकार के लोन को उसमें से मंजूर कर दिया जाता है) आपके कार्ड से जुड़े अन्य खर्चों के लिए पर्याप्त होगी।
नए क्रेडिट कार्ड को चुनते समय, हम में से ज्यादातर लोग जीरो वार्षिक फीस वाले कार्ड को ही पसंद करते हैं, जिसके कारण भी स्पष्ट हैं। लेकिन, यह भी तथ्य है कि अकसर ये जीरो वार्षिक फीस वाले कार्ड बहुत ही बेसिक वैरिएंट होते हैं जिनके साथ कुछ ही लाभ जुड़े रहते हैं, जबकि ऐसे कार्ड जिनके लिए वार्षिक फीस चार्ज की जाती है, उनके साथ प्रीमियम पर्क और प्रिवलेज जुड़े रहते हैं जैसे कम्प्लीमेंटरी ट्रेवल इन्शुरन्स, एनहांस्ड रिवार्ड्स प्रोग्राम, प्रतिष्ठित होटलों और रेस्तरां चेन तथा चुनिंदा ई-कॉमर्स वेबसाइट पर विशेष छूट। कहने के मायने यही हैं कि अगर आप प्रीमियम क्रेडिट कार्ड पर विचार कर रहे हैं, तो संभव है कि आप ऐसा वैरिएंट लेना चाहेंगे जिस पर वार्षिक फीस चार्ज लगाया जाता है अगर आप उसका भुगतान करने में सहज हैं, विशेष रूप से यदि आपको इसके बदले में एक्स्ट्रा रिवार्ड मिलते हैं। जब ऐसे कार्ड्स का इस्तेमाल स्मार्ट तरीके से किया जाता है, तो ऐसे कार्ड से मिलने वाले रिवार्ड की वैल्यू, मेम्बरशिप चार्ज से कहीं अधिक साबित होती है। साथ ही ऐसे कार्डों की कोई कमी नहीं है, जिनकी वार्षिक फीस को पहले से ही तय खर्च के लक्ष्यों को पूरा करने पर माफ कर दिया जाता है। यदि आप इस तरह के कार्ड का इस्तेमाल अपने खर्चे के पैटर्न के अनुसार करते हैं, और वार्षिक फी वेविंग की सीमा आपके बजट के तहत ही आती है, तो आप सभी प्रीमियम लाभों का मुफ्त में आनंद ले सकते हैं।
संभव है कि आप में से ज्यादातर लोगों को यह जानकारी हो कि क्रेडिट कार्ड से कुछ चुनिंदा आउटलेट्स से बड़ी राशि की खरीददारी जैसे गैजेट्स, एप्लायंसेज और फर्नीचर आदि को खरीद के समय ईएमआई में बदला जा सकता है। लेकिन, क्या आपको मालूम है कि अनेक ऐसे भी कार्ड हैं जिनके द्वारा तयशुदा खर्चों (खरीददारी के बाद) को ईएमआई में बदलने की सुविधा दी जाती है ताकि इनको अधिक किफायती बनाया जा सके? यह सच में एक सहायक फीचर है, लेकिन उपयोगकर्ताओं को यह सलाह दी जाती है कि उन्हें ईएमआई विकल्प चुनने से पहले लागू चार्जेस, यदि कोई हैं, के बारे में पूरी और स्पष्ट जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण, यह सुनिश्चित करें कि आप समय पर अपनी पूरी बकाया राशि का भुगतान करते हैं ताकि आप पर अतिरिक्त जुर्माना न लगाया जाए। साथ ही, यह बात भी दिमाग में रखें कि इस प्रकार की ईएमआई सहित आपके कुल मिलाकर मासिक कार्ड खर्चे, आदर्श रूप से आपके कार्ड की कुल लिमिट से 30% से कम होने चाहिए ताकि आपके क्रेडिट स्कोर पर कम से कम प्रभाव पड़े।
उपयोगकर्ता की उधार योग्यता और आय के मूल्यांकन के आधार पर बैंक प्रत्येक क्रेडिट कार्ड अकाउंट से लिंक की हुई लागू क्रेडिट लिमिट की जानकारी प्राप्त करते हैं। इसलिए, यदि आपको लगता है कि आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट कम है, तो आप बैंक से इसे बढ़ाने का अनुरोध करने के लिए संपर्क कर सकते हैं- लेकिन अंतिम निर्णय लेने का अधिकार बैंक के पास ही होगा। ऐसा कहने के बाद, क्रेडिट कार्ड की उच्च लिमिट होने के मायने यह नहीं हैं कि आप अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके लापरवाही से खर्च करें। आपको अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल जिम्मेदारी से करना चाहिए ताकि यह तय कर सकें कि आप हर महीने अपनी पूरी बकाया राशि का भुगतान करते हैं। उच्च क्रेडिट लिमिट से, आपको अपने क्रेडिट उपयोग अनुपात को कम रखने में मदद मिलेगी और अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखने के लिए भी यह एक
अच्छा संकेत साबित होती है, भले ही आपको कभी-कभी किसी बड़े खर्च या आपातकालीन खर्चों के लिए अपने कार्ड के द्वारा अधिक खर्च ही क्यों न करना पड़े। उच्च लिमिट से आप और भी अधिक फायदों के साथ प्रीमियम कार्ड वैरिएंट के लिए भी पात्र हो जाते हैं।
(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।) ( ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)
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