नई दिल्ली: EPFO ने वित्त वर्ष 2020-2021 के लिए ब्याज दलों का ऐलान कर दिया है। ब्याज दर पहले की तरह 8.50 फीसदी रहेगी यानि यह पिछले फिस्कल ईयर के बराबर ही है। पहले आशंका थी कि सरकार 2020-2021 के लिए ब्याज दर कम कर सकती है। लेकिन राहत की बात है कि इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। ब्याज दर में कमी नहीं करने से मौजूदा वित्त वर्ष यानी 2020-21 में देश के करीब 6 करोड़ पीएफ खाताधारकों को राहत मिली है।
ईपीएफओ की बैठक में लिया गया फैसला
आज ईपीएफओ के केंद्रीय न्यास मंडल की बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया और पहले के स्तर को बनाए रखने का निर्णय हुआ। यानी वित्तीय वर्ष 2020-21 में पीएफ अंशधारकों को पिछले साल की तरह ही 8.50 फीसदी ब्याज मिलेगा। इससे पहले अंदेशा लगाया जा रहा था कि ईपीएफओ अपनी ब्याज दरों में कटौती कर सकता है लेकिन तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए ईपीएफओ ने ब्याज दरों को बरकरार रखने का फैसला किया है।
ब्याज दरें निचले स्तर पर पहले से ही हैं
आपको बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान बड़ी संख्या में नौकरियां जाने से ब्याज दरों में कटौती करने के आसार थे लेकिन ब्याज दरों में कटौती नहीं करने का फैसला लिया गया है।आपको बता दें कि पहले से ही पीएफ की दरें ब्याज दरें सात साल के निचले स्तर पर हैं। कोरोना काल के दौरान पहले से ही लोगों ने काफी मात्रा में अपने पीएफ अकाउंट से पैसा निकाल लिया था और ऐसे में पीएफ में योगदान कम हुआ था।
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