BPCL के निजीकरण के लिए सरकार ने दूसरी बार बढ़ाई बोली की डेडलाइन

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Updated May 27, 2020 | 13:16 IST

BPCL Privatization Bid : देश की दूसरी सबसे बड़ी रिफाइनरी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के निजीकरण के लिए बोली की समयसीमा को 31 जुलाई तक बढ़ाया है।

Government extends deadline for BPCL privatization till July 31
बीपीसीएल के निजीकरण के लिए सरकार ने फिर बढ़ाई बोली की डेडलाइन 
मुख्य बातें
  • बीपीसीएल में सरकार की पूरी 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री को मंजूरी दे दी थी
  • सात मार्च को हिस्सेदारी खरीदने में रुचि रखने वालों से रुचि पत्र (ईओआई) मांगे गए थे
  • ईओआई जमा करने की अंतिम तिथि दो मई थी, लेकिन इसे बढ़ाकर 13 जून तक कर दिया गया

नई दिल्ली : सरकार ने कोविड-19 महामारी के चलते देश की दूसरी सबसे बड़ी रिफाइनरी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के निजीकरण के लिए बोली की समयसीमा को दूसरी बार बढ़ाया है। एक आधिकारिक नोटिस के अनुसार रुचि पत्र जमा करने की अंतिम तारीख एक महीने से अधिक बढ़ाकर 13 जून की जगह 31 जुलाई कर दी गई है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले साल नवंबर में बीपीसीएल में सरकार की पूरी 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री को मंजूरी दे दी थी। इसके बाद सात मार्च को हिस्सेदारी खरीदने में रुचि रखने वालों से रुचि पत्र (ईओआई) मांगे गए थे। ईओआई जमा करने की अंतिम तिथि दो मई थी, लेकिन इसे बढ़ाकर 13 जून तक कर दिया गया। सरकार ने बुधवार को कहा कि इस समयसीमा को आगे 31 जुलाई तक बढ़ाया जा रहा है।

निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) ने एक नोटिस में कहा कि इच्छुक बोलीदाताओं के अनुरोधों और कोविड-19 से पैदा हुईं मौजूदा स्थिति के मद्देनजर , प्रारंभिक सूचना ज्ञापन (पीआईएम) पर लिखित पूछताछ की अंतिम तिथि एक बार फिर 23 जून 2020 तक बढ़ाई गई है और ईओआई जमा करने की अंतिम तिथि को 31 जुलाई, 2020 तक बढ़ा दिया गया है।

पूरी हिस्सेदारी के रणनीतिक विनिवेश का प्रस्ताव

भारत सरकार ने बीपीसीएल में अपनी पूरी हिस्सेदारी के रणनीतिक विनिवेश का प्रस्ताव किया है, जिसमें 114.91 करोड़ इक्विटी शेयर शामिल हैं, जो बीपीसीएल की इक्विटी शेयर पूंजी का 52.98 प्रतिशत हिस्सा है। इसके तहत रणनीतिक खरीदार को प्रबंधन नियंत्रण भी दिया जाएगा। हालांकि, इस बिक्री में बीपीसीएल की नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड में 61.65 प्रतिशत हिस्सेदारी शामिल नहीं है।

दो चरणों में होगी बोली

नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड की हिस्सेदारी सार्वजनिक क्षेत्र की एक तेल और गैस कंपनी को बेची जाएगी। बोली दो चरणों में होगी, जिसके तहत पहले आईओआई चरण के योग्य बोलीदाताओं से दूसरी चरण में वित्तीय बोली लगाने के लिए कहा जाएगा। पेशकश दस्तावेज में कहा गया है कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) इस बोली प्रक्रिया में भाग नहीं ले सकते हैं।

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