नई दिल्ली: हाल ही में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) समेत सभी प्रमुख बैंकों ने फिक्स्ड डिपोजिट पर दी जाने वाली ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) रेपो रेट में 0.75% घटाकर 4.40% कर दिया। इससे लोन लेना सस्ता हो गया। फिक्स डिपोजिट और सेविंग अकाउंट की आय में बढ़ोतरी पर असर पड़ा। कोरोना वायरस महामारी के कारण अनिश्चित आर्थिक संकट के बीच, शेयर बाजारों में 4-5 वर्षों में अर्जित निवेशक की संपत्ति बर्बाद हो गई है। लोग सुरक्षित निवेश विकल्पों की तलाश में हैं जो बिना किसी रिस्क के हाई रिटर्न की गारंटी देते हों।
आरबीआई ने हाल ही में रिवर्स रेपो रेट में भी 0.25% कटौती कर उसे 3.75% कर दिया। रिवर्स रेपो दर घटने से बैंक अपनी कैश को फौरी तौर पर RBI के पास रखने को कम इच्छुक होंगे। इससे उनके पास कैश की मात्रा बढ़ेगी। इससे बैंक अर्थव्यवस्था के प्रोडक्शन सेक्टर को अधिक लोन देने को प्रोत्साहित होंगे। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण अर्थव्यवस्था पर बढ़े वित्तीय दबाव को कम करने के लिए केंद्रीय बैंक पर्याप्त कैश सुनिश्चित करेगा। उधर लोग अपना पैसा वहां रखा चाह रहे है जहां उन्हें ज्यादा से ज्यादा ब्याज मिल सके।
यहां कुछ बैंक हैं जो 9.5% तक एफडी ब्याज दरों की पेशकश कर रहे हैं:-
1. फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक: यह बैंक उच्चतम ब्याज देता है। 2 करोड़ रुपये से कम के जमा पर देता है। ब्याज की ये दरें 23 मार्च 2020 से प्रभावी हैं।
2. उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक: उत्कर्ष लघु वित्त बैंक 1,000 रुपए से शुरू होने वाली राशियों के लिए नियमित फिक्स्ड डिपोजिट जमा सुविधाएं प्रदान करता है। बैंक द्वारा दी जाने वाली FD ब्याज दरें दो करोड़ रुपए से कम पर दी जाती है। 15 फरवरी 2020 से लागू है।
3. सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक: इस में दो करोड़ रुपए से कम के FD पर दो अप्रैल से ब्याज दरें दी जा रही हैं।
4. इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक: चेन्नई स्थित बैंक द्वारा 6 अप्रैल 2020 से 2 करोड़ कम जमा के लिए एफडी दर की पेशकश की गई है।
5. ESAF स्मॉल फाइनेंस बैंक: केरल स्थित स्मॉल फाइनेंस बैंक द्वारा दी जाने वाली FD दरों की जाँच कर लें। 1 दिसंबर 2019 से 2 करोड़ रुपए से कम के डिपॉजिट पर ब्याज दी जा रही हैं।
6. उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक: यह छोटा फाइनेंस बैंक 1,000 रुपए से 100 रुपए के एफडी को स्वीकार करता है।। यहां 2 करोड़ रुपए से कम जमा पर 19 दिसंबर 2019 से ब्याज दरें दी जा रही हैं।
यदि आप ऐसे छोटे वित्त बैंकों में जमा करके उच्च ब्याज प्राप्त करना चाहते हैं, तो 5 लाख रुपए जमा करना बेहतर है, जिसमें ब्याज राशि भी शामिल है क्योंकि बैंक जमाओं पर बीमा कवर 5 लाख रुपए है। टैक्स और निवेश एक्सपर्ट बलवंत जैन ने कहा कि चूंकि छोटे वित्त बैंकों को बड़ी कंपनियों द्वारा बढ़ावा नहीं दिया जाता है और सरकार के स्वामित्व में नहीं हैं, इसलिए डिफॉल्ट की संभावना है। यह हो भी सकता है और नहीं भी। उन्होंने आगे कहा कि अब जब जमा बीमा एक लाख रुपए से 5 लाख रुपए तक बढ़ा दिया गया है, तो उस राशि तक निवेश करने में कोई रिस्क नहीं है और इस तरह के छोटे वित्त बैंकों में इससे अधिक नहीं है।
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