Mobile इंटरनेट से संभव हो पा रहा है समावेशी विकास: नोबेल से सम्मानित अर्थशास्त्री

प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री माइकल स्पेंस ने कहा है कि इंटरनेट ने काफी अवसर पैदा किए हैं और इसके जरिए ही समावेशी विकास हो पाया है।

Mobile internet enabling inclusive growth: Nobel laureate economist Michael Spence
मोबाइल इंटरनेट से संभव हो पा रहा है समावेशी विकास: स्पेंस  |  तस्वीर साभार: AP
मुख्य बातें
  • मोबाइल के जरिये इंटरनेट सुविधा से लोगों को हुआ फायदा- स्पेंस
  • नोबेल से सम्मानित अर्थशास्त्री ने कहा कि भारत में इंटरनेट की वजह से तेजी से बढ़ा डिजिटल लेन-देन
  • स्पेंस ने कहा कि डेटा कि दरों में कमी की वजह से तेजी से फैला डिजिटल स्पेस

कोलकाता: नोबेल से सम्मानित अर्थशास्त्री माइकल स्पेंस ने कहा है कि मोबाइल के जरिये इंटरनेट सुविधा से समावेशी विकास संभव हो पा रहा है और रोजगार के अवसर भी पैदा हो रहे हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के स्टर्न बिजनेस स्कूल की ओर से शुक्रवार रात को आयोजित ऑनलाइन गोष्ठी में स्पेंस ने कहा कि भारत में मोबाइल इंटरनेट तक लोगों की पहुंच होने से हाल के समय में डिजिटल लेन-देन में असाधारण तेजी से विस्तार हुआ है।

इंटरनेट से बढ़े अवसर

स्पेंस ने मोबाइल इंटरनेट के बारे में कहा कि ‘डिजिटल क्षेत्र को खोलने से सूचना प्रौद्योगिक क्षेत्र में रोजगार के काफी अवसर बन रहे हैं।’ उनके मुताबिक, मोबाइल इंटरनेट के विस्तार में उपकरण की कीमत और डेटा की दरों में कमी तथा गति बढ़ने जैसे कारकों की मुख्य भूमिका है। स्पेंस ने कहा कि मोबाइल भुगतान प्रणाली से बड़े पैमाने पर डेटा उत्पन्न होता है जबकि कृत्रिम मेधा (एआई) और मशीन प्रशिक्षण में सूचनाओं के अंतराल को पाटने की क्षमता है।

उन्होंने कहा कि देश के स्वास्थ्य देखभाल एवं शिक्षा क्षेत्रों में सुधार पर इंटरनेट का खासा प्रभाव रहा है और भारत डिजिटल अर्थव्यवस्था के कई मोर्चों पर अग्रणी है तथा यह अभी सिर्फ एक शुरुआत है।

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