जीवन में कभी-कभी ऐसी परिस्थिति आती है जिस वक्त पैसों की तुरंत जरूरत होती है लेकिन हाथ में पैसा नहीं होता है और रिश्तेदार, सगे संबंधी, दोस्त भी देने में असमर्थ हो जाते हैं। तब इस मुश्किल भरे वक्त में हम बैंक की ओर लोन लेने के लिए भागते हैं वहां भी कागजी प्रक्रिया से गुजरने में वक्त लगता है। जीवन में ऐसी पर परिस्थितियों का सामना ना करना पड़े इसके लिए पहले से तैयारी करना उचित होता है। इसलिए एक आकस्मिक फंड बनाना चाहिए। जो कम से कम आपकी मासिक आय के 6 महीने के बराबर हो। लेकिन इस तरह की तैयारी बहुत कम लोग करते हैं। आकस्मिक फंड के अभाव में अगर आप किसी भी मेडिकल इमरजेसी का सामना करते हैं और अस्पताल में भर्ती होने के लिए आते हैं तो आपको कभी-कभी लोन लेकर चुकाना पड़ सकता है। इमरजेंसी में तुरंत लोन प्राप्त करने के लिए नीचे बताए गए 5 विकल्पों पर गौर करें।
अगर आपके पास कोई फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) है तो आप किसी भी इमरजेंसी के समय में उस एफडी को गिरवी रखकर तत्काल लोन प्राप्त कर सकते हैं। यह तत्काल वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए एक सबसे अच्छा स्रोत है क्योंकि मार्जिन राशि बहुत कम है और लोन के तौर पर जमा राशि का 90-95% तक प्राप्त कर सकते हैं। आमतौर पर बैंक इन लोन पर ब्याज दर के रूप में एफडी दर से 2% अधिक चार्ज लेते हैं।
सोने के गहनों के बदले लोन प्राप्त करना आसान है। यह लोन घंटों के भीतर जारी किया जाता है और पर्सनल लोन की तुलना में इन लोन पर ब्याज दर कम होती है क्योंकि यह एक सुरक्षित लोन है। इसके अलावा, बैंक गोल्ड लोन पर लचीला पुनर्भुगतान विकल्प देता है। वर्तमान समय में लोन के तौर पर सोने के मूल्य का 90% तक लाभ उठाया जा सकता है।
अगर आपके पास लोन लेने के लिए कोई एफडी या सोना नहीं है तो आप म्यूचुअल फंड स्कीम के शेयरों या यूनिट्स के खिलाफ तुरंत लोन प्राप्त कर सकते हैं। लोन के तौर पर शेयरों और इक्विटी म्यूचुअल फंड यूनिट्स के मूल्य का 50% तक प्राप्त कर सकते हैं। इन लोन पर ब्याज दर पर्सनल लोन ब्याज दर के बराबर है।
इसी इमरजेंसी के मामले में तुरंत लोन प्राप्त करने के लिए यह एक और सुविधाजनक विकल्प है। बैंक आमतौर पर इन लोन को सैलरी खाताधारकों को देते हैं जो अपने बचत खाते में स्वस्थ संतुलन बनाए रखते हैं।
कुछ उधारदाताओं भी क्रेडिट कार्ड की लिमिट के बदले तुरंत लोन देते हैं। अन्य कोई विकल्प उपलब्ध न होने पर आप इस लोन का लाभ उठा सकते हैं। ऐसी स्थिति में आपकी क्रेडिट कार्ड लिमिट आपके द्वारा ली गई लोन राशि से कम हो जाएगी। आमतौर पर, इन लोन पर ब्याज दर पर्सनल से अधिक होती है। यह ध्यान दिया जा सकता है कि अगर आप क्रेडिट कार्ड की लिमिट के बदले लोन लेते हैं तो अतिरिक्त चुकाना पड़ सकता है। ऐसे लोन पर आप जो ब्याज लगता है, उस पर जीएसटी 18% होता है।
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