रिटारयमेंट के बाद जिंदगी बेहतर तरीके से चलती रहे, इसके लिए ज्यादातर लोग फिक्स्ड डिपॉजिट या फिर पेंशन स्कीम में निवेश करना बेहतर समझते हैं। ऐसे में भारत के सबसे बड़े ऋणदाता एसबीआई ने SBI Wecare फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम शुरू की है। यह मुख्य रूप से देश के वरिष्ठ नागरिकों के लिए है। यह योजना उच्च और सुरक्षित रिटर्न उत्पन्न करती है जो 60 वर्ष से अधिक आयु के लिए हैं। लेकिन इसी सेगमेंट में LIC ने हाल ही में प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY) की ब्याज दरों में संशोधन किया है। साल 2017 में शुरू की गई यह पेंशन योजना, वित्त वर्ष 2020-21 के लिए एक निश्चित ब्याज दर लेकर चलेगी।
वहीं रिटायरमेंट की तैयारी के लिए बेहतर योजना की तलाश कर रहे हैं जो ब्याज दरों में गिरावट के बीच बेहतर ऑप्शन बन सकें तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम आपको यहां बता रहे हैं कि इनमें से कौन सा ऑप्शन बेहतर रहेगा।
एसबीआई वीकेयर एफडी स्कीम
यह योजना उन लोगों के लिए है जो 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के हैं। इस समय बैंक 5 वर्ष से 10 वर्ष की अवधि के लिए 6.2% ब्याज दर दे रहा है। निवेशक 30 सितंबर तक इस योजना में निवेश कर सकते हैं। वहीं समय से पहले निकासी के मामले में, किसी व्यक्ति द्वारा किया गया निवेश 5.8% की ब्याज दर प्राप्त करेगा। साथ ही, योजना के तहत, ब्याज दर का निर्धारण टीडीएस के खिलाफ किया जाएगा। इसलिए अगर वित्तीय वर्ष के दौरान 50 हजार रुपये से अधिक ब्याज प्राप्त होता है, तो टीडीएस काट लिया जाता है। कोई व्यक्ति टर्म डिपॉजिट के लिए मासिक या त्रैमासिक ब्याज का भुगतान करना चुन सकता है तो वह इस योजना के खिलाफ लोन भी ले सकता है।
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY)
व्यक्ति इस योजना तभी निवेश कर सकता है जब उसकी उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक का हो। PMVVY 10 वर्ष के कार्यकाल के साथ आता है और कोई मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक या वार्षिक पेंशन से विकल्प चुन सकता है। वित्तीय वर्ष 2021 के दौरान यह योजना प्रति वर्ष 7.40% की सुनिश्चित ब्याज दर की पेशकश कर रही है जो कि एसबीआई वीकेयर स्कीम से अधिक है।
एक वरिष्ठ नागरिक 1000 पीएम की न्यूनतम पेंशन राशि निकाल सकता है और अधिकतम 9,250 पीएम राशि, यह योजना में निवेश की गई राशि के आधार पर निर्भर करता है।
वहीं एक योजना के तहत 15 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं और लोन के रूप में खरीद की राशि का 75 प्रतिशत तक उधार ले सकते हैं। आपात स्थिति के मामले में एक निवेशक के लिए समय पूर्व निकासी भी उपलब्ध है और ऐसी स्थितियों में खरीद मूल्य का 98% निवेशक को वापस भुगतान किया जाता है।
क्या है बेहतर
एक्सपर्ट के मुताबिक दोनों स्कीम में कुछ फायदे हैं तो कुछ नुकसान। ऐसे में अगर कोई कर लाभ के साथ उच्च रिटर्न की तलाश में है तो पीएमवीवीवाई का चयन करना बेहतर है। इसलिए, अगर कोई कर लाभ के साथ उच्च रिटर्न की तलाश में है, तो पीएमवीवीवाई का चयन करना बेहतर है। जैसा कि पीएमवीवीवाई 1.5 लाख रुपये तक की कर छूट के साथ धारा 80 सी के तहत जमा राशि पर आता है।
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