नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नकदी संकट से जूझ रहे प्राइवेट सेक्टर के येस बैंक के निदेशक मंडल को भंग करते हुए उस पर प्रशासक नियुक्त कर दिया है। रिजर्व बैंक ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी प्रशांत कुमार को येस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया है। इससे बड़ी बात ये हैं कि आरबीआई ने येस बैंक पर रोक लगा दी है और निकासी की सीमा 50,000 रुपए तय की है। RBI के अनुसार, सरकार के साथ विचार विमर्श के बाद जमाकर्ताओं के हितों के संरक्षण के लिए यह कदम उठाया गया है। निदेशक मंडल पिछले छह माह से बैंक के लिए जरूरी पूंजी जुटाने में विफल रहा।
इस फैसले के बाद से ही बैंक के जमाकर्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। उन्हें एटीएम से पैसे निकालने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा। एटीएम पर लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। कहीं मशीनें बंद पड़ी मिलीं तो कहीं एटीएम में पैसा नहीं है। इसके अलावा येस बैंक के ग्राहक इंटरनेट बैंकिंग का भी उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।
अगर आप येस बैंक के ग्राहक हैं तो आपके लिए क्या जरूरी बातें हैं और आपको क्या करना होगा, यहां जानें:
शुक्रवार को येस बैंक का शेयर 25 प्रतिशत गिरकर खुला और सुबह के कारोबार में यह 50 प्रतिशत तक नीचे चला गया। वहीं एसबीआई बोर्ड ने यस बैंक में निवेश के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है। एसबीआई बोर्ड ने शेयर बाजारों को सूचित किया कि यस बैंक से संबंधित मामले पर गुरुवार को बैंक के केंद्रीय बोर्ड की बैठक में चर्चा की गई और बोर्ड ने बैंक में निवेश अवसर तलाशने के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है।
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