नई दिल्ली : कोरोना वायरस के भारत में दस्तक देने के बाद इसे लेकर सरकार व विशेषज्ञों की ओर से कई परामर्श दिए जा रहे हैं। यह संक्रामक बीमारी जहां जान के लिए आफत बन सकती है, वहीं इससे किडनी फेल होने तक का भी खतरा होता है। चूंकि यह बड़ी तेजी के साथ फैल रहा है, ऐसे में यह जान लेना जरूरी है कि यह किस तरह फैलता है और इससे क्या-क्या हो सकता है। यह जानकारी इससे बचाव में भी कारगर साबित हो सकती है, क्योंकि इस बीमारी के उपचार के लिए अब तक कोई दवा सामने नहीं आई है और ऐसे में बचाव को ही उपचार बताया जा रहा है।
कोरोना वायरस के शुरुआती लक्षणों में जहां सर्दी-खांसी, सामान्य जुकाम, बुखार, छींकना, सांस लेने में तकलीफ शामिल है, वहीं इससे हृदय में गंभीर इंजरी और किडनी फेल होने तक की नौबत आ सकती है। यह संक्रमण श्वसन प्रणाली पर भी फौरन हमला करता है, जिससे अस्थमा या सांस संबंधी अन्य बीमारियों से परेशान लोगों की दिक्कतें और बढ़ सकती हैं। चीन में कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के बीच निमोनिया के कई लक्षण पहले ही सामने आ चुके हैं। ऐसे में सांस संबंधी रोगों से परेशान और हृदय रोग या डायबिटीज पीड़ित लोगों को भी विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, जिनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
कोरोना वायरस चीन में किस वजह से फैला, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन बताया जा रहा है, यह चीन के वुहान स्थित मवेशी बाजार से फैला, जहां बड़ी संख्या में लोग विभिन्न तरह के जानवरों को खरीदने के लिए पहुंचते रहे हैं। अब तक यह भले ही साफ नहीं पाया है कि यह जानलेवा वायरस किस वजह से फैला, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह किस तरह तेजी के साथ एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में फैलता जा रहा है। यह एक-दूसरे को छूने के साथ-साथ हवा के माध्यम से भी फैलता है। इस बारे में ये जानकारियां अहम हैं: