देश में पिछले एक साल से कोरोना का कहर जारी है, एक बार फिर कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ने लगा है। पिछले कई दिनों से कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। ऐसे में शुरुआती दिनों में ऐसी कई रिपोर्ट सामने आई थी जिसके मुताबिक डायबिटीज के मरीजों को कोरोना का अधिक खतरा है। वहीं अब एक फिर डरा देने वाली रिपोर्ट सामने आ रही है, जिससे यह दावा किया जा रहा है कि कोरोना से संक्रमित होने पर लोगों में डायबिटीज का खतरा बढ़ रहा है। अमेरिका में हुए कई शोध के दौरान इस बात की पुष्टि की गई है की कोरोना से स्वस्थ लोगों में डायबिटीज का खतरा अधिक बढ़ रहा है। ऐसे में आइए जानते हैं क्या कहती है रिपोर्ट।
क्या कहती है रिपोर्ट
कोरोना से संक्रमितों में डायबिटीज का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही में अमेरिका द्वारा जारी एक रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई। शोधकर्ताओं द्वारा 37000 से अधिक कोरोना से संक्रमितों को इस सर्वेक्षण में शामिल किया गया। जिसमें लगभग 14 प्रतिशत कोरोना संक्रमितों में देखा गया कि उनमें डायबिटीज का विकास हुआ है। वहीं यूके और चीन में भी इसी तरह के निष्कर्ष सामने आए हैं।
यहां पर करीब 40000 कोरोना से संक्रमित लोगों का सर्वे किया गया जो कोरोना से संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। अध्ययनों में चौंका देने वाला मामला सामने आया है। इस शोध में देखा गया कि जिन लोगों में कोविड के बाद डायबिटीज हुआ है उन्हें इससे पहले कभी भी ये बीमारी नहीं हुई थी। जिनका इस बीमारी का कोई इतिहास नहीं था। इस मामले के बाद डॉक्टर्स औऱ एक्सपर्ट्स की चिंता बढ़ने लगी है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये बना हुआ है कोविड 19 की वजह डायबिटीज का खतरा क्यों बढ़ रहा है।
क्यों हो रहे हैं लोग कोरोना से उबरने के बाद डायबिटीज से पीड़ित?
कोरोना के भयावह प्रकोप से उबरना इतना आसान नहीं है। कई लोगों के लिए यह जिंदगी भर के लिए अपने लक्षण छोड़ कर जा रहा है। वहीं लॉन्ग टर्म कोरोना में कोरोना के प्रकोप से उबरने के बाद भी 12 महीनें तक इसके लक्षण बरकरार रहते हैं। हालांकि अभी लॉन्ग टर्म कोरोना पर कोई पुष्टि नहीं हुई है। शोधकर्ताओं और डॉक्टर्स के अनुसार कोविड 19 वायरस इंसुलिन और चयापचय को कमजोर बना रहा है या इन्हें डैमेज कर रहा है, जिसकी वजह से लोगों में डायबिटीज का खतरा अधिक देखने को मिल रहा है।
कैसे हो रहे हैं लोग डायबिटीज के शिकार
कोरोना वायरस रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर बनाता है और आपके पैंक्रियाज को प्रभावित करता है। यह पैंक्रियाज को किस तरह प्रभावित करता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि एसीई-2 रिसेप्टर्स (ACE2) के साथ इसका संपर्क कैसा है। वायरस पैंक्रियाज सहित शरीर के अन्य अंगों को संक्रमित करने के लिए एसीई2 रिसेप्टर्स से संपर्क करता है जिससे इंसुलिन में गड़बड़ी होती है। जिससे डायबिटीज टाइप 1 और टाइप 2 का खतरा अधिक होता है।
क्या कोविड 19 की दवाइयां हैं डायबिटीज का कारण?
आपको बता दें कोविड 19 के इलाज में कई तरह की दवाइयों को एक्सपेरीमेंट के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। अभी तक इस भयावह बीमारी के प्रकोप से बचने के लिए कोई दवाई नहीं मिली है। ऐसे में उपचार के दौरान उपयोग की जाने वाली कुछ स्टेरॉयड दवाइयां डायबिटीज का कारण बन सकती हैं।
कोविड के बाद डायबिटीज के लक्षण
कोविड 19 से उबर चुके यानि ठीक हो चुके मरीजों में टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज दोनों के होने की संभावना हो सकती है। इसलिए डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों पर आपको ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि सही वक्त पर इसके लक्षणों की पहचान कर इसका इलाज किया जा सके।
इन लक्षणों पर दें ध्यान
थकावट
यदि आप अभी कोविड 19 के प्रकोप से उबरे हैं, लेकिन आपको लगातार सुस्ती और थकान महसूर हो रहा है तो आपको ऐसे में ब्लड शुगर लेवल की जांच करवाना चाहिए। तथा अपने डॉक्टर्स से सलाह लेना चाहिए।
जबरदस्त भूख और प्यास लगना
यदि आपको खाना खाने के कुछ देर बाद ही फिर से जबरदस्त भूख औऱ प्यास लग जाती है। यानि खाने के कुछ ही देर में आपको बार बार भूख लगती है और आपका गला सूख जाता है। तो यह डायबिटीज का लक्षण है। ऐसे में आपको एक बार डायबिटीज की जांच कराने की आवश्यकता है।
चोट या घाव का धीरे धीरे रिकवर होना
चोट औऱ घाव का धीरे धीरे रिकवर होना या आपका छोटा घाव बड़ा बन जा रहा है और जल्दी रिकवर होने का नाम नहीं ले रहा, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है। ऐसे में आपको जल्द से जल्द डायबिटीज की जांच करानी चाहिए।
बार बार पेशाब आना
बार बार पेशाब आना डायबिटीज का लक्षण है। यदि आप दिन में अनगिनत बार पेशाब करने जा रहे हैं, तो यह भी डायबिटीज का सबसे बड़ा कारण है। ऐसे में आपको बिना देरी किए ब्लड शुगर लेवल की जांच करवानी चाहिए।
धुंधला दिखना
आंखों की दृष्टि कमजोर होना डायबिटीज का संकेत है। ऐसे में आपको जल्द से जल्द डायबिटीज की जांच कराने की आवश्यकता होती है।
सुन्न या झुनजुनाहट महसूस होना
अचानक हांथ पैर या शरीर का कोई अंग सुन्न हो जाना या झनझनाहट महसूस होना डायबिटीज का सबसे बड़ा कारण है। ऐसे में आपको डायबिटीज की तुरंत जांच कराने की आवश्यकता होती है।