Omicron Covid Variant Symptoms: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने महामारी से जूझ रही दुनिया में स्वास्थ्य को लेकर चिंता और बढ़ा दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे 'चिंताजनक' बताया है। इसे कोविड के डेल्टा वैरिएंट से भी तेजी से फैलने वाला बताया जा रहा है, जिसे WHO ने वैश्विक स्तर पर 99 फीसदी कोविड केसों के लिए जिम्मेदार ठहराया है। कोरोना वायरस के इस वैरिएंट को लेकर दुनियाभर में पैदा हुए खौफ के बीच यह जान लेना जरूरी है कि इसके लक्षण क्या हैं?
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर, जो खुद भी चिकित्सक हैं, ने पिछले दिनों दक्षिण अफ्रीका में काम कर रहे अपने सहपाठी डॉक्टरों से बातचीत के आधार पर कहा था कि कोविड का यह नया वैरिएंट डेल्टा जितना खतरनाक नहीं है। इसके लक्षणों को लेकर उन्होंने कहा था, इसमें लोगों को बेचैनी और उल्टी की दिक्कतें होती हैं और कभी-कभी नाड़ी की गति बढ़ जाती है, लेकिन स्वाद और गंध का अनुभव बना रहता है। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के इस वैरिएंट से संक्रमित मरीजों में अस्पताल में भर्ती होने की दर कम है, क्योंकि इसकी तीव्रता गंभीर नहीं है।
वहीं, दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट की चपेट में आने वाले मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने भी कहा है कि इसके लक्षण बहुत मामूली होते हैं और इसका इलाज घर में ही संभव है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका मेडिकल एसोसिएशन की प्रमुख डॉ. एंजेलिक कोएट्जी ने बताया कि डेल्टा वैरिएंट से अलग हाल के समय में जिन मरीजों का भी उन्होंने इलाज किया है, उनमें गंध या स्वाद नहीं आने या ऑक्सीजन का स्तर कम होने जैसी शिकायतें नहीं पाई गई हैं। अपने अनुभवों से उन्होंने यह भी बताया कि यह वैरिएंट 40 साल इससे कम उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है।
उन्होंने बताया कि हाल के समय में जो भी मरीज उनके पास आए, उनमें एक-दो दिनों से बहुत अधिक थकान जैसी शिकायत देखी गई। सिर दर्द, बदन दर्द जैसी शिकायतें भी ऐसे मरीजों में देखे गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास 18 नवंबर को उन्होंने अपने क्लिनिक में सात मरीज देखे, जिनके लक्षण कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट से पीड़ित मरीजों से अलग थे। अधिकांश लोगों में वायरल बुखार के मामूली लक्षण थे, लेकिन लोगों ने बदन दर्द और सिर दर्द की शिकायतें की थीं, जिसके बाद उन्हें कुछ अलग होने का अंदेशा हुआ, क्योंकि बीते कुछ समय से यहां कोविड के केस नहीं के बराबर आ रहे थे।