कभी-कभी आप अगर ज्यादा खाना खा लेते हैं तो आपने महसूस किया होगा कि आपको बदहजमी व एसिडिटी की शिकायत हो जाती है। इसके अलावा पेट में भारीपन व सीने में जलन भी होने लगती है। अगर आपको भी इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है तो तो आप कुछ आसान योगासन के द्वारा इससे राहत पा सकते हैं। आज हम आपको ऐसे ही 3 आसान योगसान के बारे में बता रहे हैं जिसे करने से इस तरह की समस्याओं से आराम मिल जाता है।
मलासन
जरूरत से ज्यादा खाना खा लेने के बाद पेट भारी लगने लगता है और पाचन शक्ति भी खराब हो जाती है। इस समस्या से निजात पाना है तो आपको मलासन का अभ्यास करना चाहिए। अक्सर गैस व कब्ज से परेशान रहने वालों के लिए ये आसन काफी राहत दे सकता है। यह योग आपके पेट और पीठ के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके अलावा यह हमारे मन को भी शांत करता है। इसे स्क्वाट मुद्रा भी कहते हैं।
तरीका- इसके लिए सबसे पहले एक मैट पर सधे खड़े हो जाएं। दोनों पैरों के बीच कम से कम डेढ़ फीट की दूरी रखें। अब दोनों हाथ उपर उठाते हुए जोड़ें और प्रार्थना की मुद्रा बनाएं। इसके बाद धीरे-धीरे इसी मुद्रा में नीचे की ओर बैठें। इसी तरह ऊपर नीचे उठे और बैठें इस दौरान ध्यान रखें कि आपका धड़ आपके दोनों जांघों के बीच फंसा रहे। एक बार में कम से कम 1 मिनट के लिए इस मुद्रा में बने रहें।
भुजंगासन
नियमित तौर पर भुजंगासन करने से पेट के सारे विकार दूर हो जाते हैं। इसे करने से पेट में गैस औऱ कब्ज जैसी कोई समस्या नहीं रहती है। इस योगासन में आपको अपने शरीर से सर्प की आकृति बनानी होती है। भुजंग का अर्थ सांप होता है इसलिए इस आसन को भुजंगासन कहा जाता है। इसे अंग्रेजी में कोबरा पोज भी कहा जाता है। सूर्य नमस्कार में सातवें स्टेप में भुजंगासन आता है।
तरीका- सबसे पहले किसी मैट पर पेट के बल लेट जाएं और अपने पैरों को पीछे की तरफ सीधा फैला लें। अब अपनी हाथों को उठाते हुए कंधे के सीध में ले आएं। इस दौरान पैरों को सीधा व तना हुआ रखें। अब सांस लेते हुए शरीर के आगे के हिस्से को नाभि तक उठाएं। कुछ देर तक इस स्थिति में बने रहें जब तक आपकी क्षमता हो। इसी योगाभ्यास में धीरे-धीरे सांसों को अंदर व बाहर की तरफ छोड़ते रहें। इस चक्र को 3 से 4 बार करें।
पवनमुक्तासन
गैस और एसिडिटी की समस्या से भी राहत पाना चाहते हैं तो ये आसन आपके लिए रामबाण है। यह ना सिर्फ पेट के गैस को खत्म करता है बल्कि इससे पेट की अतिरिक्त चर्बी से भी छुटकारा मिलता है। इस योगासन के अभ्यास से शरीर से दूषित वायु बाहर निकल जाती है।
तरीका- इसके लिए किसी मैट पर सबसे पहले पीठ के बल सीधा लेट जाएं। इस मुद्रा में अपने दोनों पैरों को मिलाकर रखें और और हाथों को भी हथेली जमीन में टच करते हुए सीधा रखें। अब अपने दाहिने पैर को घुटने से मोड़ें और इसे मोड़ते हुए छाती तक लगाएं। अब अपने दोनों हाथों की उंगलियों को मिलाते हुए घुटने से थोड़ा नीचे होल्ड कर लें। अब पैरों से छाती पर दबाव पड़ रहा है ऐसे में ही धीरे-धीरे श्वांस अंदर ले और बाहर छोड़ें। अब आप इसी पोजीशन को दूसरे पैर के साथ भी दोहराएं।