जयपुर: पिछले साल बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के धर्म विज्ञान संकाय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर डॉ. फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर काफी बवाल हुआ था अब उन्ही के पिता को पद्म श्री पुरस्कार मिला है। हफ्तों तक चले इस विवाद के बाद आखिकर फिरोज खान को इसलिए संस्कृत विभाग से इस्तीफा देना पड़ा था क्यूंकि वे हिन्दू नहीं थे। विरोध कर रहे छात्रों का कहना था कि एक मुसलमान कैसे संस्कृत पढ़ा सकता है।
फिरोज खान के परिवार के लिए काफी समय बाद एक खास लम्हा आया है। केंद्र सरकार ने फिरोज खान के पिता और राजस्थान के प्रसिद्ध गायक रमजान खान उर्फ मुन्ना मास्टर को पद्म विभूषण से सम्मानित किया है। रमजान खान को कृष्ण भजनों के लिए जाना जाता है। रमजान को पद्म सम्मान मिलने पर वाराणसी और राजस्थान दोनों ही जगह के लोगों में खुशी की लहर है।
रमजान खान के बारे में कहा जाता है कि उन्हें संस्कृत की भी अच्छी जानकारी है और वह 'श्री श्याम सुरभि वंदना' नाम से एक किताब भी लिख चुके हैं। कृष्ण के भजन गाने वाले रमजान नमाज भी पढ़ते हैं। उनके बेटे फिरोज खान की बीएचयू के संस्कृत विभाग में हुई नियुक्ति को लेकर काफी हंगामा हुआ था और अंत में यह फिरोज खान के इस्तीफे के साथ खत्म हुआ था। बाद में फिरोज खान ने इस्तीफा देकर कला संकाय में नियुक्ति ले ली थी।
आपको बता दें कि इस साल 141 पद्म पुरस्कार प्रदान किए जाने को मंजूरी दी है जिनमें चार मामलों में दो-दो लोगों को संयुक्त पुरस्कार दिया जाएगा। पुरस्कार विजेताओं में 34 महिलाएं है। इनमें देशी/एनआरआई/पीओआई/ओसीआई श्रेणी से 18 लोग हैं और 12 लोगों को मरणोपरांत सम्मानित किया गया है। सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में शामिल पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री में दिए जाते है। इस साल सात हस्तियों को पद्म विभूषण के लिए चुना गया है जबकि पद्मभूषण के लिए 16 और पद्मश्री के लिए 118 लोग चुने गये हैं।
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