मुंबई। क्या एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार यूपीए के चेयरपर्सन बनने वाले हैं। या सिर्फ यह सब अफवाह है। इस सिलसिले में एनसीपी के प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि मीडिया के कुछ सेक्शन में इस तरह की खबर चल रही है कि शरद पवार को यूपीए चेयरपर्सन की जिम्मेदारी दी जाएगी।लेकिन वो पूरी तरह से भ्रामक है। दरअसल किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में इस तरह की जानकारी सामने आई थी।
किसान आंदोलन पर राष्ट्रपति से मिले थे पवार
बता दें कि किसान आंदोलन के मुद्दे पर शरद पवार केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि सरकार को हठधर्मिता छोड़ देनी चाहिए। बुधवार को राष्ट्रपति से विपक्ष के पांच नेताओं ने मुलाकात की थी जिसमें शरद पवार शामिल थे। पवार ने कहा था कि जिस तरह से अन्नदाताओं के साथ सरकार पेश आ रही है वो किसी भी रूप में सही नहीं है। उन्होंने राष्ट्रपति से इस मुद्दे पर दखल देने की अपील की थी।
किसान अपनी व्यथा किससे कहेंगे
शरद पवार ने कहा था कि जिस तरह से भीषण ठंड में किसान अपने मांगों को लेकर सड़क पर डटे हुए हैं वैसी सूरत में केंद्र सरकार को गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। अगर किसानों को ऐतराज है तो सरकार को खुले मन से आगे आना होगा। अगर किसान सरकारी पक्ष के सामने अपनी बात नहीं रखेंगे तो वो किसके सामने अपनी व्यथा कहेंगे। वैसे पीएम मोदी ने संसद के नए भवन के शिलान्यास पर कहा कि मतभिन्नता अपनी जगह है लेकिन किसी को भी संवादहीनता से बचना चाहिए।
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