Mumbai Water: मुंबई शहर को हर दिन 30 लाख 750 लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है। ऐसे में झीलों के अंदर जुलाई के अंत तक की खपत के लिए पर्याप्त पानी है। इसके बाद बीएमसी आगे की अपनी रणनीति तय करेगा। पानी की उपलब्धता के हिसाब से शहर को, की जाने वाली पानी की सप्लाई पर फैसला लिया जाएगा। अगर साल के अंत तक झीलें पूरी तरह भर जाती हैं, तो मुंबई शहर को अगले साल जून तक पानी की कोई कमी नहीं होगी। जिन 7 झीलों पर मुंबई शहर को पानी सप्लाई करने की जिम्मेदारी है, उनमें से 5 नासिक और उसके आसपास के जिलों में हैं।
बाकी दो झीलें मुंबई में हैं और इनमें पानी की मात्रा पिछले साल की तुलना में कम है। जुलाई तक मुंबई शहर की आपूर्ति के लिए झीलों में पर्याप्त पानी है। खासतौर पर शहर को रोजाना 1,850 मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति करने वाली भातसा झील में अभी भी 39.47 फीसदी पानी बचा हुआ है। इसलिए इस साल मुंबईवासियों को गर्मी में मंडरा रहे पानी की किल्लत के संकट से निजात मिलेगी।
तालाबों में है, 45,000 मिलियन लीटर से अधिक पानी
मुंबई शहर को ठाणे जिले के तानसा, मोदकसागर, भातसा और मध्य वैतरणा, नासिक जिले के ऊपरी वैतरणा और मुंबई उपनगरों में राष्ट्रीय उद्यान में तुलसी और विहार झीलों से रोजाना 3,850 मिलियन लीटर पानी मिलता है। 4 अप्रैल को सुबह 6 बजे तक सभी सात झीलों में 37.82 फीसदी जल संतुलन था। यानी 5 लाख 47 हजार 424 मिलियन लीटर पानी झीलों में जमा है। 4 अप्रैल, 2021 तक जल संग्रहण 34.69 प्रतिशत था। यानी 5 लाख 2 हजार 43 मिलियन लीटर पानी। पिछले साल की तुलना में इस साल 45,000 मिलियन लीटर से अधिक पानी तालाबों में है। शहर को पानी की आपूर्ति करने वाली भातसा झील में 2 लाख 83 हजार 37 लाख लीटर पानी है।
पिछले वर्ष की तुलना में हुआ है, अधिक जल संग्रहण
तानसा, मोदकसागर, मध्य वैतरणा झीलों में भी पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक जल संग्रहण हुआ है। चूंकि मुंबई शहर को प्रतिदिन 3 हजार 85 करोड़ लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है, इसलिए जुलाई के अंत तक वर्तमान जल आपूर्ति पर्याप्त होगी। मध्य वैतरणा झील में पिछले साल 22 प्रतिशत जल संग्रहण हुआ था। हालांकि इस साल जल संग्रहण 38 प्रतिशत है। जल अभियांत्रिकी विभाग के अनुसार मोदक सागर झील में भी पिछले साल 34 प्रतिशत जल संग्रहण हुआ था, लेकिन इस बार 49 प्रतिशत पानी है।
मुंबईवासियों के लिए तनावमुक्त होगी ये गर्मी
एक अधिकारी ने स्पष्ट किया कि, इस साल पानी काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि दो साल से ज्यादा पानी है। इसलिए मुंबईवासियों के लिए यह गर्मी तनावमुक्त रहने वाली है। तुलसी और विहार में कम जलभंडारण नासिक और पड़ोसी जिलों के पांच झील -मोदक सागर, तनसा, ऊपरी वैतरण, मध्य वैतरणा और भाटसा हैं। मुंबई में स्थित दो सबसे छोटे झील-तुलसी और विहार में वर्षा के कारण जल भंडार है। तुलसी और विहार में क्रमशः 8,046 मिलियन लीटर और 27,698 मिलियन लीटर की भंडारण क्षमता है।
2015 में हुई थी भारी किल्लत
महाराष्ट्र में 2015 में लोगों को पानी की भारी किल्लत झेलनी पड़ी थी। बीएमसी ने तब कर्मिशियल इलाकों में 50 प्रतिशत और अन्य इलाकों में 20 प्रतिशत तक कटौती की थी। सितंबर तक मुंबई की झीलों में सिर्फ 9.62 लाख लीटर ही पानी बचा था। जो 2014 के मुकाबले 28 फीसदी तक कम था। शॉपिंग मॉल्स, फाइव स्टार होटल्स, क्लब्स, सिनेमाघरों में 50 फीसदी तक पानी की कटौती की गई थी। बीएमसी की स्टैंडिंग कमेटी ने तो शहर की सभी निर्माणाधीन इमारतों को पानी सप्लाई पर पाबंदी लगाने की मांग तक कर दी थी।
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