मुंबई। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जांच की मांग को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट में आज सुबह 11 बजे सुनवाई के लिए पेश होना है। वकील जयश्री पाटिल द्वारा याचिका दायर की गई है। अपनी याचिका में उसने कहा है कि आईपीएस परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष और निष्पक्ष जांच करने के लिए उच्च न्यायालय को सीबीआई या किसी अन्य स्वतंत्र जांच एजेंसी को निर्देश जारी करना चाहिए।
सचिन वझे इस समय एनआईए की हिरासत में
मनसुख हिरेन मौत केस में जैसे जैसे जांच आगे बढ़ी उसमें एपीआई सचिन वझे की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई उसी बीच मुंबई पुलिस के कमिश्नर रहे परमबीर सिंह ने खत के जरिए बम फोड़ा। उनके खत के मुताबिक गृहमंत्री वसूली रैकेट के सरगना थे। खत के मुताबिक वो सचिन वझे के जरिए वसूली कराते थे और करोड़ों की रकम के लिए टारगेट दे रखा था। इस खुलासे के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई। बीजेपी ने गृहमंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग की। लेकिन एनसीपी ने स्पष्ट कर दिया कि इस्तीफे का सवाल ही नहीं है।
सामना में भी की गई थी तल्ख टिप्पणी
इस तरह के घटनाक्रम के बीच शिवसेना ने भी अपने मुखपत्र सामना में जिक्र किया और कहा कि एक बात तो साफ है कि कहीं न कहीं इस सचिन वझे पर इस हद तक भरोसा या जिम्मेदारी नहीं दी जानी चाहिए थी। इस तरह की खबरों के बाद एनसीपी ने कहा कि शिवसेना को गठबंधन की जिम्मेदारी समझनी चाहिए और इस तरह के बयानों से बचना चाहिए।
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