मुंबई: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB)की टीम ने कुछ दिन पहले सुमद्र में क्रूज के अंदर चल रही ड्रग्स पार्टी में छापा मारकर कई लोगों को हिरासत में ले लिया था जिनमें फिल्म अभिनेता शाहरूख खान का बेटा आर्यन खान भी शामिल है। आर्यन को हिरासत में लेने के बाद एनसीबी की टीम जब मुंबई लाई तो यह तस्वीर वायरल हुई। जिसमें एक गंजा व्यक्ति आर्यन खान के साथ सेल्फी लेता हुआ दिख रहा है। उस समय दावा किया गया कि यह शख्स एनसीबी का कर्मचारी है लेकिन जल्द ही एनसीबी ने साफ कर दिया कि तस्वीर में दिखने वाले शख्स का एनसीबी से ताल्लुक नहीं है।
ऐसे में अब कई सवाल उठ रहे हैं। सबसे पहला सवाल ये है कि इतने हाईप्रोफाइल मामले में कैसे कोई शख्स एनसीबी के दफ्तर के अंदर पहुंचकर आर्यन के साथ सेल्फी ले सकता है, वो भी तब जब सैकड़ों की संख्या में मीडियाकर्मी बाहर खड़ें हो। इसी को लेकर अब महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक एनसीबी को कटघरे मं खड़ा करते हुए कई सवाल दागे हैं। महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने कहा, 'एनसीबी का गठन विभिन्न राज्यों और अंतरराष्ट्रीय ड्रग मामलों को देखने के लिए किया गया था। एनसीबी मुंबई में सुशांत सिंह राजपूत मामले के बाद से चर्चा में है। सुशांत सिंह मामले में अधिकार क्षेत्र से बाहर बिहार में मामला दर्ज किया गया था। यह एक हत्या का मामला था कि पंजीकृत किया गया था जो फिल्म उद्योग को बदनाम करने का एक प्रयास था'
नवाब मलिक ने कहा, 'यह शाहरुख के बेटे के साथ रहे व्यक्ति का वीडियो है। आदमी (गंजा) वही शख्स है जिसने आर्यन खान के साथ एक सेल्फी भी क्लिक की। एनसीबी दिल्ली ने कहा कि वह एनसीबी का हिस्सा नहीं है, तो फिर यह आदमी कौन है ? एनसीबी को जवाब देना होगा कि यह आदमी कौन है। बॉलीवुड को निशाना बनाया गया... धारणा बनी कि पूरा बॉलीवुड ड्रग्स में डूबा हुआ है। इसी तरह 3 अक्टूबर को क्रूड में रेड की खबर आई और गॉसिप शुरू हो गई कि मेघास्टार के बेटे को हिरासत में ले लिया गया है।'
मलिक ने बड़े आरोप लगाते हुए कहा, 'पहले व्यक्ति का नाम एपी गोसावी है। दूसरे व्यक्ति का नाम मनीष भानुशाली है ... मनीष भानुशाली की तस्वीरें पीएम मोदी, अमित शाह, फडणवीस तथा जेपी नड्डा के साथ में हैं। एनसीबी को इन सबका जवाब देना होगा। आर्यन खान मामले में एनसीबी द्वारा जारी किए गए सबूतों की तस्वीरें स्पॉट से नहीं बल्कि समीर वानखेड़े के कार्यालय से ली गई हैं। क्या बीजेपी एजेंसियों के जरिए महाराष्ट्र, मुंबई, बॉलीवुड को बदनाम करने की कोशिश कर रही है? एनसीबी की छापेमारी में कथित बीजेपी से जुड़ा शख्स मनीष भानुशाली, जब मुंद्रा पोर्ट में नशीली दवाओं की खेप जब पकड़ी गई तो वह गांधीनगर में था। दिल्ली में भी कुछ मंत्रियों से भानुशाली ने मुलाकात की।'
नवाब मलिक ने कहा, 'हां मेरे दामाद को भी एनसीबी ने बुलाया था। .मैंने उस वक्त कहा था कि कानून अपना काम करे। मेरे दामाद को जमानत मिल गई। चार्जशीट और जमानत पर बहस देखें। गांजा किसी और के पास मिला था। मैं देश के कानून में विश्वास करता हूँ। अगर एनसीबी ने हमारे आरोपों का जवाब नहीं दिया। महाराष्ट्र सरकार भी जांच शुरू करेगी।'
वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा, 'हम महा विकास अघाड़ी सरकार से एनसीबी और बीजेपी के बीच मिलीभगत की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं। कैसे निजी लोग एक क्रूज पर एनसीबी की छापेमारी में शामिल हो सकते हैं? किस अधिकार से? उनके वाहन पर "पुलिस" कैसे लिखा है? क्या एनसीबी ने अपनी नौकरी आउटसोर्स कर दी है?'
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