कोरोना वायरस के नाम पर बैंक अकाउंट से गायब हो सकते हैं आपके पैसे, जानें कैंसे

इन दिनों कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा है और लोग इससे काफी घबराए हुए हैं। इस बीच हैकर इस वायरस के नाम पर संवेदनशील जानकारी चुराने का हथकंडा अपना रहे हैं।

Your data may be hacked in the name of Coronavirus
कोरोना वायरस के नाम पर हैक हो सकता है आपका डेटा  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • कोरोना वायरस के बहाने जानकारी चुराने का पैंतरा अपना रहे हैकर्स
  • बैंक अकाउंट सहित कई तरह की अहम जानकारी हो सकती है चोरी
  • कोरोना वायरस के नाम पर हो सकती है आपके फोन और कंप्यूटर की हैकिंग

नई दिल्ली: कोरोना वायरस- एक ऐसी महामारी जिसने आज के समय में पूरी दुनिया को आतंकित कर रखा है। बीमारी की चपेट में 1 लाख 20 हजार से ज्यादा लोग आ चुके हैं और साथ ही 5400 से ज्यादा लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। इस बीच लोग बीमारी से डरे हुए हैं और इस बीमारी को लेकर जागरुकता के लिए इंटनेट पर ज्यादा ज्यादा जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें कोरोना वायरस के लक्षण, बचाव के तरीके और किन जगहों पर कोरोना वायरल फैल रहा है यह सभी जानकारियां शामिल हैं। लेकिन सावधान इंटरनेट पर कोरोना से जुड़ी जानकारी पाने के लिए कहीं भी क्लिक कर देना आपके लिए काफी महंगा साबित हो सकता है।

रिपोर्ट्स की मानें तो हैकर कोरोना वायरस के नाम पर आपकी संवेदनशील जानकारी चुराकर आपका बड़ा नुकसान कर सकते हैं। इसमें आपके बैंक अकाउंट से जुड़ी जानकारी, कार्ड के नंबर और पासवर्ड सहित कई चीजें शामिल हैं। आपके कंप्यूटर या फिर फोन में सेव डाटा चोरी होने के बाद इसकी मदद से आपके बैंक अकाउंट में जमा पैसों पर भी सेंध लगाई जा सकती है।

लाइव मैप ट्रैकिंग का सहारा ले रहे हैकर: कई संस्थाओं ने ऐसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे वेबसाइट या ऐप बनाए हैं जहां पर कोरोना वायरस के प्रभाव को ट्रैक किया जा सकता है। हैकर इसी का फायदा उठाने की फिराक में हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार लाइव ट्रैकिंग मैप की मदद से वह लोगों के कंप्यूटर और फोन में मालवेयर भेजते हैं। जिसके बाद फोन के ब्राउजर में सेव जानकारी चोरी हो सकती है।

सावधान रहें: ऑनलाइन अटैकर्स और हैकर्स ने कोरोना वायरस की जानकारी देने वाले आधिकारिक वेबसाइट और ऐप की तरह है अपने प्लेटफॉर्म तैयार किए हैं। आपको कहीं भी लिंक दिखाई देता है, आप जानकारी के लिए क्लिक करते हैं तो बिना इजाजत लिए मॉलवेयर सॉफ्टवेयर आपके फोन और कंप्यूटर में इंस्टॉल हो जाता है जो बाद में आपकी जानकारी चोरी का कारण बन सकता है। इससे बचने के लिए ऑनलाइन या मैसेज पर आए किसी गैर भरोसेमंद लिंक पर क्लिक करने से बचें। वेबसाइट्स को देखते हुए सावधानी बरतें और उनके यूआरएल पर ध्यान दें।

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