नई दिल्ली: कोरोना वायरस से पैदा हुए संकट के दौरान बड़े स्तर पर उपयोग किए जा रहे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप ZOOM को लेकर तरह तरह की आशंकाएं सामने आई थीं। इस बीच कुछ स्टार्टअप के साथ मिलकर सरकार ने स्वदेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप विकसित करने की तैयारी तेज़ कर दी है। हाल ही में केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एनआईटी राउरकेला के कुछ ऐसे युवाओं से मुलाकात की है, जिन्होंने स्टार्टअप स्कीम की मदद से एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप तैयार किया है।
यह ऐप न सिर्फ विदेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप ZOOM का बेहतरीन विकल्प हो सकता है बल्कि ऐसे कई मौजूदा एप से कहीं ज्यादा सुरक्षित होने के साथ यूजर फ्रेंडली भी है। डिजिटल सॉल्यूशन सर्विस MyOrg360 के साथ इस एप को Sync नाम दिया गया है।
NIT राउरकेला के इंजीनियरों ने किया तैयार
बीते गुरुवार को केंद्रीय मंत्री ने इसे तैयार करने वाली टीम के सभी 15 साथियों से इसी एप के जरिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर मुलाकात की है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आप सभी ने जिस तरह सीमित संसाधनों में इसे तैयार किया है। वह दिन दूर नहीं जब डिजिटल उपक्रम की दुनिया में आप एक बड़े प्लेटफॉर्म के रूप में जाने जाएंगे।
ये हैं ख़ास फीचर
Sync MyOrg360 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप में 1000 लोग एक साथ किसी मीटिंग में शामिल हो सकते हैं। मीटिंग में समय अवधि की कोई सीमा नहीं है, यानी जितनी देर चाहें आप मीटिंग में रह सकते हैं। इसमें आपको एचडी वॉइस और वीडियो क्वॉलिटी की सुविधा भी मिलती है।
खास बात यह है कि अगर आपके पास स्मार्टफोन नहीं है, तो भी आप इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप पर हो रही मीटिंग में वॉइस कॉल के जरिए जुड़ सकते हैं। इसके अलावा इसमें व्हाइट बोर्ड, स्क्रीन शेयरिंग फीचर, रीयल टाइम चैट, रिकॉर्डिंग की सुविधा भी मौजूद है। वहीं अगर सुरक्षा की बात करें तो इसे डाउनलोड करने के लिए किसी एक्सटर्नल एप्लीकेशन की जरुरत नहीं होती है।
टीम के लोगों ने बताया अपना अनुभव
टीम के हर सदस्य ने इस मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए केंद्रीय मंत्री के साथ अपने अनुभव और इसे विकसित करने में आई चुनौतियों को भी साझा किया। इनमें से ज्यादातर लोग ओडिशा के रहने वाले हैं। केंद्रीय मंत्री की ओर से Sync MyOrg360 ऐप प्रयोग में लाए जाने से युवा इंजीनियर ख़ासे उत्साहित दिख रहे हैं। प्रधान ने कोरोना संकट में भी इस उपयोगी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप को तैयार कर रहे युवाओं को इसका परीक्षण पूरा होने के बाद हर मुमकिन सहयोग दिलाने का भरोसा भी दिया। उन्होंने ट्वीट के जरिए युवा इंजीनियरों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।