नई दिल्ली: कई बार आपने देखा होगा की शादी योजना के मुताबिक नहीं हो पाती है, लेकिन कोराना वायरस का दुनियाभर में ऐसा कहर छाया हुआ है कि इसका असर एक शादी समारोह पर भी पड़ा। इस समारोह की खासियत ये थी कि इसमें ना दुल्हन थी और ना ही दुल्हा। सिंगापुर के जोसफ यू और उनकी पत्नी कांग टिंग अपनी शादी से कुछ दिन पहले ही चीन से लौटे थे। जैसे ही शादी में शरीक होने वाले मेहमानों को ये पता चला कि वो हाल ही में चीन से लौटे हैं तो उन्होंने शादी में नहीं शामिल होने का मन बना लिया।
मेहमानों की चिंता को दूर करने के लिए जोसेफ और कांग ने एक ऐसा अनोखा तरीका निकाला जिसमें शादी भी हो गई और मेहमान भी पार्टी में शामिल हुए। दोनों यानि दूल्हा और दुल्हन ने तय किया कि वे शादी के समारोह से दूर रहेंगे लेकिन वेडिंग हॉल में गेस्ट जरूर रहेंगे और शादी को दूसरी जगह से मेहमानों के लाइवस्ट्रीम किया जाएगा। वेडिंग हॉल में मौजूद मेहमानों से दूल्हा और दुल्हन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए बातचीत की है और अपनी शादी की स्पीच दी। इस दौरान सभी मेहमानों ने पार्टी का जमकर लुत्फ उठाया और वीडियो कॉल पर नवविवाहित जोड़े को बधाई दी।
जोसेफ की दुल्हन कांग चीन के हुनान प्रांत से हैं और नए साल के लिए दोनों 24 जनवरी को चीन गए थे। हुनान प्रांत हुबेई प्रांत से सटा हुआ है जहाँ से सबसे पहले कोरोनोवायरस के मामले सामने आए थे। जोसेफ यू ने बीबीसी को बताया कि जब वे हुनान में वापस आए थे, तब उन्हें कोई चिंता नहीं हुई थी क्योंकि वो जहां रह रहे थे वो ग्रामीण इलाके थे। इसके बाद दोनों 30 जनवरी को सिंगापुर लौट आए क्योंकि 2 फरवरी को होने वाली अपनी शादी के दोनों ने एक होटल बुक किया था।
लेकिन जब मेहमानों को पता चला कि दोनों लोग चीन से लौटकर आए हैं तो उन्होंने शादी में आने से मना करना शुरू कर दिया। ऐसे में जोसेफ को कोई तरीका नहीं सूझ रहा था क्योंकि उन्होंने शादी के तमाम इंतजाम कर दिए थे। इसके बाद दोनों ने वीडियो कॉलिंग के जैसे शादी का आईडिया मेहमानों को दिया जो फिर शादी समारोह में आने के लिए राजी हो गए। वायरस की वजह से लगे प्रतिबंधों की वजह से कांग का परिवार शादी में शामिल नहीं हो सका। 2 फरवरी को हुई इस शादी में 110-190 मेहमान थे। जोसेफ ने अपने होटल के कमरे से सभी मेहमानों को संबोधित कर उनका शुक्रिया अदा किया।
आपको बता दें कि न में महामारी का रूप धारण कर चुका कोरोना वायरस अब दुनिया के कई देशों में अपने पांव पसार चुका है। चीन में इस वायरस की वजह से अभी तक 500 लोगों की जान जा चुकी है।