PM Kisan Yojna: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जिले में ई-केवाईसी कराने में किसान लापरवाही कर रहे हैं। वहीं अधिकारियों का कहना है कि, बिना ई-केवाईसी के किसानों को सम्मान निधि नहीं मिलेगी। काशी में प्रधानमनंत्री किसान सम्मान निधि पाने वाले 1,11,592 किसानों ने अभी ई-केवाईसी नहीं कराई है। जबकि 1,54,252 किसानों ने ई-केवाईसी करा ली है। ई-केवाईसी की अंतिम तारीख 31 मई निर्धारित की गई है। जो किसान तय समय तक अपनी ई-केवाईसी नहीं कराएंगे। वे सम्मान निधि से वंचित रहेंगे।
कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि, किसान ई-केवाईस 31 मई तक करा लें, नहीं तो उन्हें सम्मान निधि की 11वीं किस्त का लाभ मिल पाना मुश्किल होगा। किसान सहज जनसेवा केंद्रों पर जाकर अपनी ई-केवाईसी आसानी से करा सकते हैं। इस वित्तीय वर्ष में कुल 2092 नए किसानों का सत्यापन कर पहली किस्त के लिए शासन को भेज दिया गए है।
जिले में कुल 4170 अपात्र किसानों को विभाग ने धनराशि वापस करने के लिए नोटिस भेजा है। इसमें अभी तक 1511 किसानों ने 30 लाख 22 हजार रुपये की धनराशि जमा कर दी है। वहीं, किसान सम्मान निधि में अपात्रों की छंटनी के लिए ई-केवाईसी (इंटरनेट नो योर कस्टमर) को पोर्टल पर भरना जरूरी कर दिया गया है। कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि, जो किसान 31 मई तक राशि जमा नहीं करता है। उसके खिलाफ भू-राजस्व के तहत वसूली के लिए राजस्व विभाग को सूचित कर दिया जाएगा।
उपकृषि निदेशक अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि, किसानों को ई-केवाईसी कराने के लिए 31 मई तक का समय निर्धारित किया गया है। किसान सहज जनसेवा केंद्र पर जाकर अपना ई केवाईसी करा सकते हैं। केवाईसी कराने वाले किसानों को ही सम्मान निधि का लाभ मिल सकेगा। साथ ही उन अपात्र किसानों को भी सूचित किया गया कि, वे 31 मई तक धनराशि जमा कर दें, नहीं तो उनके खिलाफ भू-राजस्व के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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