Railway Door To Door Service: अब लोगों को ट्रेन से अपना सामान बाहर भेजने और उसे प्राप्त करने के लिए रेलवे स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। केंद्र सरकार की महत्त्वाकांक्षी परियोजना ' गति शक्ति' के तहत कैंट स्टेशन से इस सेवा का शुभारंभ किया जा रहा है। 28 मार्च को विधिवत उद्घाटन की औपचारिकता पूरी की जाएगी। परियोजना के तहत 28 मार्च को पहला लोड सूरत (गुजरात) से आएगा। जिसकी डिलीवरी डोर टू डोर कराई जाएगी।
ट्रेन से अनलोड होने वाले माल की ढुलाई के लिए एक हाथ ठेला भी मंगाया गया है। वही, आरएमएस कार्यालय परिसर में एक बुकिंग कांउटर भी खोला जा रहा है। गुरुवार को रेलवे वाणिज्य विभाग और भारतीय डाक विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने तैयारियों का जायजा लिया।
रेलवे और डाक विभाग में हुआ समझौता
कैंट स्टेशन निदेशक आनंद मोहन ने बताया कि, पार्सल पैकेटों को घर- घर पहुंचाने और उसे लाने का काम डाक विभाग के जरिए किया जाएगा। इसके लिए भारतीय रेलवे और भारतीय डाक विभाग के बीच समझौता हुआ है। ट्रेन से ट्रांसपोर्टेशन की जिम्मेदारी रेलवे की होगी, जबकि होम डिलीवरी डाक विभाग के कर्मचारी करेंगे। मौक़े से पार्सल पैकेट बुक करने का अधिकार डाक विभाग के पास सुरक्षित रहेगा।
4 महीने पहले ही बुक करा पाएंगे सामान
www.parcel.indianrail.gov.in पर पार्सल प्रबंधन प्रणाली की सार्वजनिक वेबसाइट के लिए उन्नत उपयोगकर्ता अनुकूल इंटरफेस है। पार्सल जगह के लिए 120 दिनों की अग्रिम बुकिंग की सुविधा जोड़ी जा रही है। यानी टिकट बुकिंग की तरह अब 4 महीने पहले ही पार्सल की बुकिंग करवा पाएंगे।
टिकट रिजर्वेशन की तरह दिखेगी एवलेबलिटी
पीएमएस वेबसाइट पर ऑनलाइन ई-फॉरवर्डिंग नोट मॉड्यूल पर पार्सल के लिए खाली जगह की उपलब्धता दिखाने की व्यवस्था की गई है। यानी जैसे टिकट रिजर्वेशन के दौरान दिखती है कि, कितनी बर्थ खाली है या खाली है भी या नही, ऐसी ही जानकारियां पार्सल बुकिंग के लिए भी मिलेगी। बुकिंग के समय जीएसटीएन पोर्टल के जरिए प्रेषक के ऑनलाइन जीएसटीएन का सत्यापन।
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