Varanasi News: वाराणसी में नकली कोविड वैक्सीन और फर्जी टेस्टिंग किट बनाने और बेचने के मामले में गिरफ्तार आरोपियों पर पुलिस प्रशासन ने सख्त एक्शन लिया है। इस मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों में से दो आरोपियों पर एनएसए लगा दिया गया है। यह कार्रवाई जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के आदेश पर की गई, जिलाधिकारी ने जिला जेल में बंद बलिया के रसड़ा थाना के नागपुर मोतिअरा निवासी शमशेर सिंह और मंडुवाडीह थाना अंतर्गत लहरतारा बौलिया निवासी अरुणेश विश्वकर्मा पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (रासुका) लगाया गया है। इस मामले में दो आरोपियों पर चार माह पूर्व एनएसए लगाया गया था।
बता दें कि, एसटीएफ वाराणसी इकाई ने गुप्त सूचना के आधार पर 2 फरवरी 2022 को लंका के रोहित नगर कॉलोनी में छापा मारकर भारी मात्रा में नकली कोविड वैक्सीन, टेस्ट किट आदि पकड़ा था। इस दौरान एसटीएफ ने नकली दवा बनाने के आरोप में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने भारी मात्रा में टेस्टिंग किट, नकली वैक्सीन, पैकिंग मैटेरियल व मशीन बरामद की थी। प्रशासन द्वारा इसकी कीमत लगभग चार करोड़ रुपये आंकी गई थी।
वारणासी पुलिस के अनुसार, इस मामले के आरोपी जिला जेल चौकाघाट में निरुद्ध लक्सा निवासी राकेश थानवी और चौक के पठानी टोला निवासी संदीप शर्मा उर्फ मक्कू पर डीएम ने 26 फरवरी को पहली बार रासुका के तहत कार्रवाई की थी। इस मामले में अब दो अन्य आरोपी शमेशर सिंह और अरुणेश के खिलाफ भी जिलाधिकारी ने रासुका लगाया है। वहीं इसके अलावा जिला जेल में बंद नई दिल्ली मालवीय नगर का रहने वाला लक्ष्य जावा के खिलाफ अभी रासुका नहीं लगाया गया। पुलिस के अनुसार, इस मामले के कई आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं। लंका पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार नई दिल्ली निवासी विजय कुमार, यश कुमार, अरुण शर्मा, अरुण पाटनी, मानसी, रणवीर, गुरजीत और गुरबाज इस नकली दवा बनाने वाले गिरोह में शामिल हैं, जिन्हें लंका पुलिस और एसटीएफ तलाश कर रही है।
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