Varanasi Waterlogging: मानसून की दस्तक के साथ जून के अंतिम हफ्ता में शहर के कई मोहल्ले पानी-पानी हो गए थे। जलभराव ने नाली की साफ-सफाई और ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोलकर कर रखी थी। जबकि अभी भारी बरसात बाकी ही है ऐसे में नगर निगम और जलकल विभाग ने जलभराव से निपटने के लिए अपनी दूसरी तैयारियां शुरू कर दी हैं। जल निकाली के लिए अब गली पिट का निर्माण शुरू करा दिया गया है। इसके साथ ही जलभराव की दृष्टि से संवेदनशील और निचले मुहल्लों में राहत के लिए नजदीकी निर्माण चौकियों पर वाटर पंप भी पहुंचा दिए गए हैं।
नगर आयुक्त प्रणय सिंह का कहना है कि, दूसरे विभागों के साथ तालमेल बैठाकर जलभराव से निपटने का काम किया जाएगा। संबंधित विभागों को समस्या से निदान के लिए निर्देशित किया गया है। नगर निगम के मुख्य अभियंता मोईनुद्दीन ने कहा कि, लोगों को जलभराव से निजात दिलाने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही हैं। इस बरसात में लोगों को परेशान नहीं झेलनी पड़ेगी। जहां कहीं भी जलभराव होगा तत्काल प्रभाव से जल निकासी करा दी जाएगी। नगर निगम की अलग-अलग टीमें इस दिशा में काम करेंगी। उन्हें प्रशिक्षण एवं जरूरी उपकरण-साधन उपलब्ध करा दिए गए हैं।
ककरमत्ता निवासी राम प्रसाद मौर्य का कहना कि, हमारे इलाके के पोखरे पर दो पंप की जरूरत है। फिलहाल नगर निगम ने एक ही पंप लगवाया है। वहीं, अर्दली बाजार निवासी रोशन का कहना है कि, अर्दली बाजार तिराहे पर घंटों जलभराव रहता है। एक गली पिट यहां बनाया जाना बेहद जरूरी है।
शहर में बनाई गई सड़कों की जांच प्रांतीय और निर्माण खंड करेगी। पीडब्ल्यूडी ने इन्हें जांच का निर्देश दिया है। दोनों खंडों की संयुक्त टीम पता करेगी की किन-किन सड़कों के निर्माण के दौरान नालियों को ढक दिया गया। अब विभाग इन नालियों को बनवाया जाएगा। इतना ही नहीं मुख्य अभियंता ने नाली पर अतिक्रमण करने वालों को दोबारा नोटिस भी भेजा है। नगर निगम को गली पिट की सूची सौंपी है।
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