बीजिंग: चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों के खिलाफ वहां की कम्युनिस्ट पार्टी के अत्याचारों की कहानियां किसी से छिपी नहीं हैं। कोरोना महामारी के दौरान भी चीन के ये अत्याचार रूक नहीं बल्कि और तेज हो गए। कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि उइगर महिलाएं जब गर्भवती होती हैं तो उनका जबरन अबॉर्शन करवा दिया जाता है। अब शिनजियांग से एक और मामला सामने आया है जहां चीनी सरकार ने आतुश में स्थित एक मस्जिद को गिराकर यहां सार्वजनिक शौचालय का निर्माण करवा दिया है। इस मस्जिद के खिलाफ चीन ने एक अभियान छेड़ा हुआ था जिसे 2018 में ढहा दिया गया था।
मस्जिद सुधार के नाम पर ढ़हाए जा रहे हैं धार्मिक स्थल
रेडियो फ्री एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी प्रशासन की तरफ से आतुश के सुंगाग गांव में 2016 के दौरान दो मस्जिदों को गिरा दिया गया था और अब इनकी जगह सार्वजनिक शौचालय बना दिया गया है। शातिर चीन ने इसे "मस्जिद सुधार" का नाम दिया। शीर्ष नेता शी जिनपिंग के नेतृत्व में उइगर मुस्लिमों के दमन की बात कोई नई नहीं है।
मस्जिद गिराकर वहां बनाई शराब, सिगरेट की दुकान
सुतांग के एक अन्य निवासी ने आरएफए को बताया कि यहां दो मस्जिदें थी जिन्हें 2019 में गिरा दिया गया और यहां पर अब एक दुकान खोली गई है जिसमें शराब और सिगरेट मिलती है जिनका सेवन करना इस्लाम में हराम माना जाता है। पड़ताल में यह पता चला कि चीनी सरकार ने शिनजियांग में ही अभी तक 70 फीसदी मस्जिदों को नष्ट कर दिया है और वह तेजी से उइगर मुस्लिमों का दमन कर रही है।
कब्रिस्तानों को नष्ट कर वहां बनाई पार्किंग
मस्जिदों के अलावा, चीनी अधिकारियों ने 2016 के बाद से शिनजियांग में मुस्लिम कब्रिस्तानों और अन्य धार्मिक संरचनाओं और साइटों को क्रमबद्ध तरीके से नष्ट करने का अभियान छेड़ रखा है जो अभी तक जारी है। एग्नेस फ्रांस-प्रेसे की एक रिपोर्ट से पता चला है कि अकेले शिनजियांग में कम से कम 45 कब्रिस्तानों को 2014 से पिछले अक्टूबर तक नष्ट कर दिया गया था। इस कब्रस्तानों को पार्कों या पार्किंग स्थल में बदल दिया गया है या फिर खाली छोड़ दिया गया है।
उइगरों पर दमन
चीन के 1.8 मिलियन उइगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों के बड़े पैमाने पर उत्पीड़न की खबरें अक्सर सामने आते रही हैं। रेडियो फ्री एशिया (आरएफए) से बात करते हुए एक शख्स ने बताया, 'चीन कम्युनिस्ट पार्टी के कॉमरेडों ने 2018 में एक मस्जिद को तोड़ दिया था और फिर वहां टॉयलेट बना दिए। यह पब्लिक टॉयलेट हैं लेकिन अभी तक खोले नहीं गए हैं। जबकि स्थानीय लोगों के घरों में शौचालय हैं उन्हें इसकी जरूरत नहीं थी।'
10 से 15 हजार मुस्लिम मस्जिदें, धार्मिक स्थल किए नष्ट
पिछले साल, वाशिंगटन स्थित उइगर ह्यूमन राइट्स प्रोजेक्ट (UHRP) ने चीनी सरकार के इस अभियान का विवरण देते हुए एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें बताया गया था कि कैसे उइगर मुस्लिमों के धार्मिक स्थलों और कब्रस्तानों को तोड़ा जा रहै ह। जियोलोकेशन और अन्य तकनीकों का उपयोग करते हुए इस रिपोर्ट में बताया गया था कि 2016 से लेकर 2019 के बीच वहां 10 से 15 हजार मुस्लिमों धर्मस्थलों, मस्जिदों को तोड़ा गया था।