वुहान : कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में तबाही मची हुई है, जिससे दुनियाभर में 30 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 6 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं। इस बीच चीन से राहत की खबर आ रही है, जहां संक्रमण के मामलों पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। यहां इस घातक संक्रमण से अब तक 3,295 लोगों की मौत और 81,394 लोगों के संक्रमित होने की जानकारी सामने आई है।
लोगों में नाराजगी
इस बीच, चीन का हुबेई प्रांत चर्चा में है, जिसकी प्रांतीय राजधानी वुहान में इस संक्रमण का सबसे पहला मामला दिसंबर 2019 में सामने आया था और यह कोरोना वायरस का केंद्र बन गया था। यहां मामलों के उजागर होने के बाद जब संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ने लगी तो सरकार ने लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था, जिसमें अब हालात सुधरते देखकर कुछ हद तक छूट दी गई है। लेकन इस बीच दो महीने से लॉकडाउन का सामना कर रहे लोगों की हताशा, निराशा और खीझ भी खुलकर सामने आने लगी है।
चीन के हुबेई प्रांत में 23 जनवरी को ही लॉकडाउन लगा था, जिसे अब हटा लिया गया है। इस बीच हुबेई प्रांत से बड़ी संख्या में लोग जियांग्शी प्रांत की ओर जा रहे हैं, जिन्हें उधर जाने से रोका जा रहा है। इसी क्रम में एक पुल पर लोगों का गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा, जब उन्हें पुल पार कर जियांग्शी प्रांत जाने से रोका जा रहा था। नाराज लोगों ने सरकारी वाहनों पर हमला कर दिया और जमकर तोड़फोड़ मचाई।
लॉकडाउन हटा, पर खतरा टला नहीं
बताया जा रहा है कि 5.6 करोड़ से अधिक की आबादी वाले हुबेई प्रांत में भले ही लॉकडाउन को हटा लिया गया है, लेकिन प्रशासन कोरोना वायरस के खतरे को लेकर अब भी सतर्क है और यही वजह है कि लोगों को अब भी तमाम एहतियात बरतने के लिए कहा जा रहा है। प्रशासन का मानना है कि भले ही संक्रमण की रफ्तार पर काबू पा लिया गया है, पर इका खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। खतरे की इसी आशंका के मद्देजनर पुलिस ने लोगों को जियांग्शी प्रांत जाने से रोक दिया, जिससे वे नाराज हो गए।
इस बीच, लगभग 1.1 करोड़ की जनसंख्या वाले वुहान शहर भी शनिवार को आंशिक रूप से खुला, जहां सरकार से मंजूरी मिलने के बाद पहली ट्रेन आधी रात को पहुंची। इसके जरिये कई लोग यहां पहुंचे। वुहान शहर में जनवरी में लॉकडाउन घोषित किया गया था और स्थानीय बाशिंदों के शहर छोड़कर जाने पर रोक लगा दी गई थी। रोजमर्रा की जिंदगी पर भी कड़ी बंदिशें लगा दी गई थीं। अब लॉकडाउन हटाने के बाद शहर के बाहरी इलाकों में सड़क से अवरोधक रिंग हटा दिए गए हैं।