बीजिंग: कोरोना वायरस ने चीन को बड़ी मुश्किल स्थिति में ला खड़ा किया है। इस जानलेवा वायरस की वजह से अब तक चीन में तकरीबन सत्रह सौ लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि तकरीबन 68, 584 लोग इससे संक्रमित हैं। तकरीबन 1,666 लोग अबतक इस जानलेवा वायरस की वजह से अपना जान गंवा चुके हैं। हालांकि चीन की सरकार द्वारा युद्द स्तरीय तरीके से इससे लड़ रही है। इससे उबरने के लिए पानी की तरह पैसा भी बहा रही है।
कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद चीन के विभिन्न वित्तीय विभागों ने लगातार धन मुहैया कराया है। 13 फरवरी तक चीन के विभिन्न जगहों के संबंधित विभागों ने कुल 80.55 अरब चीनी युआन यानी 805 अरब भारतीय रुपये का योगदान दिया है जिससे कि जल्द से जल्द महामारी की मार से उबरा जा सके। चीन में लोगों को एहतियातन घर पर रहने की सलाह दी गई है इसकी वजह से पूरे देश में आर्थिक गतिविधियां तकरीबन ठप्प पड़ गई हैं। ऐसे में चीन को इस आर्थिक मंदी से उबरने में महीनों लग जाएंगे।
चीनी वित्त मंत्रालय के महामारी कार्य नेतृत्व दल के प्रभारी फू चिनलिन ने चीनी राज्य परिषद की एक न्यूज ब्रीफिंग में कहा कि हाल में चीन की केंद्र सरकार ने 17.29 अरब चीनी युआन( 173 अरब रुपये) हुबेई प्रांत और देश के विभिन्न स्थलों की महामारी रोकथाम, हुबेई प्रांत की केंद्रीय बुनियादी संरचनाओं के निवेश में इस्तेमाल किया है।
महामारी से प्रभावित होकर कुछ व्यवसाय, खास तौर पर मध्यम व छोटे उद्यमों के सामने अपेक्षाकृत भारी दबाव आया है। कुछ उद्यमों में उत्पादन स्थगित हुआ है। इसके मद्देनजर चीन के संबंधित विभागों ने वित्तीय समर्थन नीतियां जारी कीं और छोटे व माइक्रो उद्यमों के लिए कर को कम किया है।
(आईएएनस इनपुट के साथ)