इस्लामाबाद: पूरी दुनिया इस समय कोरोना संक्रमण से जूझ रही है और पाकिस्तान भी इससे अछूता नहीं रहा है। पाकिस्तान में तो दिक्कतें और ज्यादा बढ़ रही है लोग सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। संकट की इस घड़ी में जहां भारत की मदद के तमाम हाथ आगे आ रहे हैं वहीं पाकिस्तान के लिए हालात बिल्कुल उलट हैं और आतंक के पनाहगार देश की कोई भी मदद करने को तैयार नहीं हैं। इस बात का खुलासा वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान ने खुद किया है।
नहीं मिली आर्थिक मदद
प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान ने देश में कोरोनवायरस के प्रकोप के बावजूद किसी भी देश या वैश्विक संगठन से कोई वित्तीय सहायता नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि महामारी के बाद पैदा होने वाले हालात पूरी दुनिया और पाकिस्तान के लिए एक बड़ी परीक्षा है। हालांकि, उन्होंने कहा, यूरोप और अमेरिका की तुलना में देश में स्थिति अलग है।
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान में बेघर लोगों को लॉकडाउन से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, जबकि विदेशी पाकिस्तानियों की ओर से भी मदद बंद है। एक अखबार से बात करते हुए इमरान खान ने कहा, 'मैं लॉकडाउन लागू नहीं करना चाहता था क्योंकि यह मजदूरों और ग्रामीणों की मुसीबत को बढ़ाएगा। उनमें से 75% भी पंजीकृत नहीं हैं।'
बुरी तरह से प्रभावित हुई पाक अर्थव्यवस्था
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुई है और भारी कठिनाइयों के बावजूद, किसी भी देश या वैश्विक संगठन ने हमें एक भी डॉलर उधार नहीं दिया है। हालांकि, इमरान खान ने यह जरूर कहा कि आईएमएफ ने लोन रिपेमेंट में राहत दी है। एक्सप्रेस न्यूज के पत्रकारों के साथ बैठक के दौरान, उन्होंने कहा कि महामारी के बाद विकसित होने वाली स्थिति पूरी दुनिया और पाकिस्तान के लिए एक बड़ी परीक्षा है।
इमरान ने कहा कि अमेरिका ने 1 करोड़ डॉलर की मदद का ऐलान तो किया लेकिन अभी तक कोई रकम हमें नहीं मिल पाई है। मायूस इमरान बोले उसके सदाबहार दोस्त चीन भी इस संकट में आर्थिक मदद नहीं कर रहा है हालांकि उसने कुछ मेडिकल संबंधी मदद जरूर की और उसमें भी खामियां पाई गईं।
विपक्ष पर साधा निशाना
राजनीतिक विरोधियों पर कटाक्ष करते हुए इमरान ने कहा कि कई लोग गलत प्रचार कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर झूठ का सहारा ले रहे हैं। इमरान ने कहा 'जो लोग भ्रष्टाचार से पैसा कमाते हैं, वे स्वतंत्र मीडिया से डरते थे क्योंकि इससे उनका पर्दाफाश हो जाता है।' उन्होंने कहा और कहा कि चाहे कितना भी झूठ क्यों न कहा जाए, लोगों को अंततः सच्चाई पता चल ही जाएगी। उन्होंने कहा कि कोई भी यह अनुमान नहीं लगा सकता है कि कोरोनोवायरस संकट कब समाप्त होगा लेकिन सरकार चरणों में लॉकडाउन से राहत दे रही है।